धान ना खरीदे जाने से निराश किसान ने किया खुदकुशी का प्रयास: अस्पताल में भर्ती
धान न खरीदे जाने से परेशान भद्रक जिले के रहने वाले किसान रामकृष्ण पंडा ने जहर पी आत्महत्या का प्रयास किया। मंडी में उपस्थित किसानों ने उन्हें तुरन्त भद्रक जिला मुख्य अस्पताल ले गए। इलाज के बाद अब उनके स्वास्थ्य अवस्था में सुधार आने की बात चली है।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। धान बेचने के लिए पंजीकरण करने के बावजूद धान नहीं खरीदा गया। बार-बार अनुरोध करने का भी कोई फायदा नहीं हुआ और अंत में मजबूर होकर मंडी में ही एक किसान ने जहर पी लिया। यह घटना आज भद्रक जिले में घटी है। जिले के बंधुगांव पंचायत के रहने वाले इस किसान का नाम रामकृष्ण पंडा है। चक्रवात, बाढ़ एवं सूखा के बावजूद 200 क्विंटल से अधिक धान का उत्पादन किए। इस धान को बेचने के लिए उन्होंने मंडी में पंजीकरण किया, मगर बाबा रामेश्वर एसएचजी ग्रुप ने उनका धान नहीं खरीदा। इससे उनका पहला टोकन रद हो गया। इसके बाद उन्होंने पुन: एकाधिक बार टोकन लिया मगर कोई फायदा नहीं हुआ। इसे लेकर रामकृष्ण की चिंता बढ़ गई थी।
धान ना बिकने से परेशान पंडा आज पुन: मंडी पहुंचे और मंडी के अधिकारियों से धान खरीदने के लिए अनुरोध किया। आज भी उनकी बात किसी ने नहीं सुनी। इससे निराश होकर रामकृष्ण पंडा ने सभी के सामने मंडी में ही जहर पी लिया। मंडी में उपस्थित किसानों ने उन्हें तुरन्त भद्रक जिला मुख्य अस्पताल ले गए। इलाज के बाद अब उनके स्वास्थ्य अवस्था में सुधार आने की बात चली है। सूचना मिलने के बाद भद्रक के उप जिलाधीश पीताम्बर सामल मेडिकल पहुंचे और किसान रामकृष्ण पंडा के स्वास्थ्य की जानकारी ली है।
यहां उल्लेखनीय है कि मंडियों में किसानों द्वारा नाम पंजीकरण किए जाने के बाद किसानों को टोकन दिया जाता है। हालांकि टोकन देने के बावजूद सेवा समितियां धान नहीं खरीद रही हैं। इसके साथ ही किसानों के धान में कटन-छंटनी भी करती हैं। ऐसे में इसके प्रतिवाद में आज किसानों ने भद्रक-आनंदपुर 53 नंबर राज्य राजमार्ग पर धान के बोरे रखकर विरोध प्रदर्शन किए हैं। बसंतिया सेवा समिति में धान खरीद में व्यापक अनियमितता होने का आरोप किसानों ने लगाया है। वहीं किसान के जहर पीने की खबर सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है और इसके खिलाफ आन्दोलन करने की चेतावनी पार्टी की तरफ से दी गई है।