श्रीमंदिर के लिए प्रस्तावित उप नियम वापस लेने से सेवकों के साथ भक्तों में खुशी: महाप्रभु के सामने किया दीपदान

केन्द्र सरकार द्वारा श्रीमंदिर के लिए राष्ट्रीय स्मारिकी प्राधिकरण की तरफ से जारी प्रस्तावित उप नियम को वापस लेने पर श्रीक्षेत्र धाम समेत पूरे ओडिशा में खुशी की लहर है। खबर सामने आने के बाद श्रीमंदिर के सेवकों ने महाप्रभु के सामने दीपदान कर प्रभु का आशीर्वाद लिया है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Tue, 09 Feb 2021 01:07 PM (IST) Updated:Tue, 09 Feb 2021 01:07 PM (IST)
श्रीमंदिर के लिए प्रस्तावित उप नियम वापस लेने से सेवकों के साथ भक्तों में खुशी: महाप्रभु के सामने किया दीपदान
केन्द्र सरकार द्वारा नियम को वापस लिए जाने पर श्रीमंदिर के सेवकों और भक्‍तों में खुशी

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। श्रीमंदिर के लिए राष्ट्रीय स्मारिकी प्राधिकरण की तरफ से जारी प्रस्तावित उप नियम को वापस लिए जाने के बाद श्रीक्षेत्र धाम के साथ पूरे प्रदेश में खुशी की लहर दौड़ गई है। केन्द्र सरकार द्वारा नियम को वापस लिए जाने पर श्रीमंदिर के सेवकों का कहना है कि भक्तों के प्रति महाप्रभु के आशीर्वाद के कारण केन्द्र सरकार नियम परिवर्तन करने के लिए मजबूर हुई है।

श्रीमंदिर के सेवकों ने कहा है कि महाप्रभु की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा के समय जब सुप्रीमकोर्ट में मामला पहुंचा और लग रहा था कि महाप्रभु की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा नहीं हो पाएगी, उस समय भी महाप्रभु ने अपने चमत्कार का दिखाया था और केन्द्र सरकार से लेकर राज्य सरकार तक हर कोई महाप्रभु की रथयात्रा निकालने के पक्ष में खड़े हो गए। महाप्रभु की रथयात्रा निकाली गई। अब एक फिर केन्द्र सरकार के प्रस्तावित उप नियम से महाप्रभु के भक्तों को निराशा हुई तब पुन: महाप्रभु की महिमा हुई और सब एक हुए और उप नियम को वापस ले लिया गया। 

 प्रस्तावित उप नियम के वापस लिए जाने की खबर सामने आने के बाद श्रीमंदिर के सेवकों ने महाप्रभु के सामने दीपदान कर प्रभु का आशीर्वाद लिया है। सेवकों ने कहा है कि यह स्पष्ट हो गया है कि महाप्रभु की मर्जी के बगैर एक पत्ता भी नही हिलता है। 

यहां उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही ओड़िशा के मुख्यमत्री नवीन पटनायक श्रीक्षेत्र धाम पुरी आकर महाप्रभु का आशीर्वाद लिए थे और उन्होंने कहा था कि महाप्रभु के विकास में कोई भी ताकत बाधा नहीं बन सकती है। राष्ट्रीय स्मारिकी प्राधिकरण द्वारा श्रीमंदिर के लिए जारी निर्देशनामा का पूरे प्रदेश में कड़ा विरोध किया गया था शासक दल से लेकर विरोधी दल तक सभी ओड़िशा के पवित्र श्रीक्षेत्र धाम के लिए एक हो गए। बीजद ए​वं भाजपा के सांसद केन्द्र पर्यटन मंत्री से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन देते हुए निर्णय को वापस लेने की मांग किए और केन्द्र मंत्री ने निर्देश को वापस लेने की जानकारी जानकारी दी। इसके बाद से ही जगन्नाथ भक्तों में खुशी की लहर दौड़ गई है।

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