Dengue: कोविड महामारी के बीच भुवनेश्वर में बढ़ा डेंगू का खतरा, प्रतिदिन 20 से 30 नए मरीज की हो रही है पहचान

Dengueओडिशा की राजधानी भुवनेश्‍वर में कोरोना महामारी के बीच डेंगू का खतरा बढ़ता जा रहा है। यहां प्रतिदिन डेंगू के 20 से 30 मरीजों की पहचान हो रही है। अब तक यहां डेंगू के 421 मरीजों की पहचान हुई है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 10:46 AM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 10:46 AM (IST)
Dengue: कोविड महामारी के बीच भुवनेश्वर में बढ़ा डेंगू का खतरा, प्रतिदिन 20 से 30 नए मरीज की हो रही है पहचान
भुवनेश्वर में अब डेंगू का खतरा बढ़ने लगा है।

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। कोविड महामारी के बीच राजधानी भुवनेश्वर में अब डेंगू का खतरा बढ़ने लगा है। हर दिन 20 से 30 डेंगू के नए मरीज सामने आ रहे हैं। राजधानी में अब तक 421 डेंगू मरीज की पहचान हुई है। इसमें से एक डेंगू मरीज की मृत्यु भी हुई है, हालांकि यह मृत्यु डेंगू से हुई है, इसकी पुष्टि सरकार की तरफ से अभी तक नहीं हुई है। बीएमसी से मिली जानकारी के मुताबिक राजधानी में मंगलवार को 30 डेंगू मरीज की पहचान हुई है। इसे मिलाकर राजधानी में डेंगू मरीजों की संख्या 421 तक पहुंच गई है। डेंगू से एक व्यक्ति की मृत्यु होने की जो आरोप सामने आ रहे हैं, उसकी जांच की जा रही है।

 जानकारी के मुताबिक में राजधानी के वार्ड नंबर 7, 14, 17 एवं 42 में डेंगू मरीज अधिक हैं। प्रत्येक दिन 15 से 20 नए मरीज सामने आ रहे हैं। इसके लिए प्रतिषेधक व्यवस्था किए जाने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग की तरफ से दी गई है।

विभिन्न इलाकों में घुमाई जा रही है टीफा मशीन एवं धुआं गाड़ी

डेंगू पर लगाम लगाने के लिए बीएमसी ने भी कमर कस लिया है। विभिन्न वार्ड एवं गलियों में टीफा मशीन एवं धुआं गाड़ी के जरिए डेंगू पर नियंत्रण पाने का प्रयास तेज कर दिया है। इसके साथ ही साफ सफाई पर फोकस देते हुए लोगों को भी इस बीमारी से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है। खासकर शैलश्री विहार एलसी, एफआर, महावीर बस्ती, बजरंग बस्ती, ग्रीडको आदि इलाके में धुआं छोड़कर मच्छरों के वंश को खत्म करने का प्रयास जारी है।

तथ्य में नहीं रह रहा है तालमेल

हालांकि बीएमसी के तमाम प्रयास के बावजूद राजधानी में डेंगू की स्थिति दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। इतना ही नहीं डेंगू तथ्य को लेकर बीएमसी एवं जनस्वास्थ्य विभाग के तथ्य में तालमेल नहीं रह रहा है। जनस्वास्थ्य निदेशक निरंजन मिश्र ने कहा है कि सोमवार तक राजधानी भुवनेश्वर में 276 डेंगू मरीज की पहचान हुई है वहीं पूरे में 427 डेंगू मरीज की पहचान हुई है। पिछले 30 तारीख से राजधानी भुवनेश्वर में डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं। वर्तमान समय में लगभग हर दिन 15 से 20 डेंगू मरीज की पहचान हो रही है। विभिन्न प्रकार की प्रतिषेधक व्यवस्था की गई है। अभी तक गम्भीर परिस्थति उत्पन्न नहीं हुई है। जनस्वास्थ्य निदेशक ने राजधानी में डेंगू से हुई पहली मृत्यु को अस्वीकार कर दिया है।

वहीं बीएमसी की तरफ से कहा गया है कि राजधानी से मंगलवार को 30 मरीज सामने आए हैं जबकि सोमवार तक 391 डेंगू मरीज की पहचान हुई थी। इस तरह से मंगलवार तक राजधानी में 421 मरीज की पहचान हो चुकी है। स्वास्थ्य टीम का सर्वेक्षण जारी है। बीएमसी एवं स्वास्थ्य विभाग के तथ्य में तालमेल नहीं दिख रहा है।

भाजपा ने जताया असंतोष

राजधानी में डेंगू की बढ़ती संख्या को लेकर कांग्रेस एवं भारतीय जनता पार्टी ने असंतोष प्रकट किया है। भारतीय जनता पार्टी की तरफ से कितने दिनों तक डेंगू का शिकार होंगे श्लोगान देते हुए भुवनेश्वर शैलश्री विहार में पदयात्रा निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया है। भाजपा नेताओं ने कहा है कि दिन प्रतिदिन राजधानी में डेंगू मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इससे राजधानी के लोगों में भय का माहौल बन गया है। कोरोना महामारी के बीच डेंगू एक बड़ी समस्या है, मगर अभी तक बीएमसी की तरफ से कोई ठोस पहल नहीं की गई है।

नाबालिग की मृत्यु को लेकर उत्तेजना

शैलश्री विहार में सोमवार को एक नाबालिग की मृत्यु को लेकर उक्त इलाके में उत्तेजना का माहौल देखा गया है। लोगों का कहना है कि यह मृत्यु डेंगू से हुई है। डेंगू से इस साल की यह पहली मृत्यु है। घर घर में लोग डेंगू से बीमार हैं और अस्पताल में भर्ती होकर इलाज करा रहे हैं। शैलश्री विहार, वार्ड नंबर 7, नीलाद्री विहार के सेक्टर 3 इलाके में एकाधिक बस्ती एवं कालोनी में पीड़ितों की संख्या में इजाफा हो रहा है।

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