चक्रवात जवाद का दिखने लगा असर: सरकारी कर्मचारियों की छुट्टी रद, रात 12 बजे के बाद शुरू हो जाएगी बारिश

Cyclone Jawad latest Updateओडिशा बंगाल एवं आन्ध्रप्रदेश में जरूरत के हिसाब से एनडीआरएफ टीम तैनात हो चुकी हैं। मछुआरों को तीन दिन तक समुद्र में ना जाने की हिदायत समुद्र में गए मछुआरों को वापस आ जाने का निर्देश दे दिया गया है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 10:10 AM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 02:22 PM (IST)
चक्रवात जवाद का दिखने लगा असर: सरकारी कर्मचारियों की छुट्टी रद, रात 12 बजे के बाद शुरू हो जाएगी बारिश
ओडिशा में सभी बंदरगाहों के लिए एक नंबर खतरे का निशान जारी कर दिया गया है।

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। चक्रवात जवाद का असर तटीय जिलों के साथ ही राजधानी भुवनेश्वर एवं कटक शहर में सुबह से ही दिखाई देने लगा है। आसमान बादलों से ढक गया है, समुद्री हवा लोगों को डरा रही है। सरकार एवं प्रशासन की तरफ से घनाघन बुलेटिन जारी कर लोगों को डरने के बजाय सावधानी बरतने की अपील की जा रही है। तटीय जिलों के साथ ही प्रभावित होने वाले जिलों में एनडीआरएफ एवं ओड्राफ की टीम भेजी जा रही है। वायुसेना की टीम को एलर्ट पर रखा गया है जरूरत पड़ने पर राहत एवं बचाव कार्य में वायुसेना को नियोजित किया जाएगा। सरकारी कर्मचारी एवं अधिकारियों की छुट्टी को रद कर दिया गया है।

ओडिशा सरकार ने सरकारी कर्मचारियों की छुट्टी की रद

बंगाल की खाड़ी में बने गहरे अवपात के चक्रवात में तब्दील होने के बाद ओडिशा सरकार ने सरकारी कर्मचारियों की छुट्टी को रद कर दी है। इस संदर्भ में विशेष राहत आयुक्त की तरफ से निर्देशनामा जारी किया गया है। इस निर्देशनामा के अनुसार रविवार को साप्ताहिक छुट्टी को रद कर दिया गया है। सभी कर्मचारियों को अपने कार्यालय में उपस्थित रहने को निर्देश दिया गया है। यहां तक कि छुट्टी में जाने वाले कर्मचारियों की छुट्टी को भी रद कर दिया गया है और उन्हें तुरन्त आकर ड्यूटी ज्वाइन करने को निर्देश दिया गया है।

रात 12 बजे के बाद शुरू हो जाएगी बारिश

आईएमडी डीजी मृत्युजंय महापात्र का कहना है कि आज रात 12 बजे के बाद से 45 से 55 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के साथ ही बारिश शुरू हो जाएगी। समय के साथ हवा गति बढ़कर 100 से 110 किमी. तक जाने के साथ ही बारिश का परिमाण बढ़ेगा। इस दौरान छोटे-छोटे पेड़, बिजली के खम्भे उखड़ने, कच्चा घर गिरने के साथ ही कुछ जगहों पर भारी बारिश होने से जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मछुआरों को समुद्र में ना जाने की हिदायत दी गई है। इस दौरान जो मछुआरे समुद्र में उन्हें तुरन्त वापस आ जाने को कहा गया है। कच्चे घर एवं पेड़ जैसे कि केला, पपीता, बिजली के खंभे आदि गिरने की सम्भावना है। ऐसे में लोगों को सुरक्षित स्थान पर लोगों को चला जाना चाहिए। इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ एवं ओड्राफ, दमकल वाहिनी की टीम भेजी जा रही है। राजधानी भुवनेश्वर एवं कटक में 14 टीमें तैनात की गई हैं। बिजली सेवा बाधित हो सकती है, ऐसे में लोगों को पीने के साथ जरूरी कार्य के लिए जल संचय कर रखने को कहा गया है।

पुरी में टच करने की सम्भावना

आईएमडी डीजी ने कहा है कि जवाद बंगाल में केद्रीभूत होकर उत्तर-पश्चिम की दिशा की तरफ गति कर रहा है। चक्रवात जवाद 30 तारीख अंडमान में बना था। 2 दिसम्बर की शाम को डिप्रेशन मे तब्दील हुआ और 3 दिसम्बर दोपहर के समय सिभियर साइक्लोन में तब्दील हुआ है। कहां पर यह स्थल भाग से टकराएगा अभी तक स्पष्ट नहीं है, मगर पुरी में टच करने की सम्भावना है। टच होने के बाद यह कमजोर होगा और बंगाल की तरफ गति करेगा। इसके प्रभाव से ओडिशा, आन्ध्र प्रदेश एवं पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों भारी बारिश होगी। तटीय ओड़िशा में आज शाम से बारिश शुरू होगी और 4 तारीख को बारिश का परिमाण बढ़ेगा। गजाम, गजपति, पुरी, केन्द्रापड़ा, भद्रक, बालेश्वर आदि सभी तटीय जिलों में भारी से भारी बारिश होगी। 5 को बारिश का दौर कम होने की उम्मीद है। पश्चिम बंगाल में 4 एवं 5 को भारी बारिशा हो सकती है। आन्ध्र प्रदेश में तीन जिले को रेड जोन में रखा गया है। इन तीन जिलों में श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापटटनम शामिल है।

चक्रवात से तीन राज्य होने वाले हैं प्रभावित

वहीं एनडीआरएफ डीजी ने कहा है कि चक्रवात से तीन राज्य प्रभावित होने वाले हैं। ये तीन राज्य हैं ओडिशा, पश्चिम बंगाल एवं आन्ध्र प्रदेश शामिल हैं। तीनों ही राज्य की सरकार की तरफ से जितनी टीम मांगी गई थी उतनी टीम तैनात कर दी गई हैं। स्टैंडबाय में भी टीम को रखा गया है। राज्य एवं केन्द्र सरकार लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए हम तैयारी कर रहे हैं।

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