कांफिडेंट पब्लिक स्पीकिंग का दीक्षांत समारोह आयोजित, मंच पर जमकर दहाड़े प्रतिभागी
Confidant Public Speaking तेरापंथ युवा परिषद की ओर से भीड़ को संबोधित करने के लिए कांफिडेंट पब्लिक स्पीकिंग कोर्स का आयोजन किया गया। दीक्षांत समारोह में प्रतिभागियों ने अपने-अपने भाषणों में अपनी प्रतिभाओं का परिचय दिया। इसका उद्देय युवाओं को श्रोता से एक प्रखर वक्ता बनाना था।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। यहां के तेरापंथ भवन में आयोजित दीक्षांत समारोह में तेरापंथ युवा परिषद, भुवनेश्वर शाखा के युवा सदस्यों ने आज मंच पर अपने ओजस्वी भरे भाषणों से यह साबित कर दिया कि वह अब किसी भी जिम्मेदारियों को संभालने के लिए तैयार हैं। उनके भाषणों ने न सिर्फ उनकी योग्यता को साबित किया, बल्कि उनके परिवार के उस सपने को भी सकार कर दिया, जो कभी इस बात को लेकर चिंतित हुआ करते थे कि उनका बच्चा जनसमूह को संबोधित करने में विफल होंगे। ऐसे बच्चों के लिए तेरापंथ युवा परिषद की ओर से भीड़ को संबोधित करने के लिए कांफिडेंट पब्लिक स्पीकिंग कोर्स का आयोजन किया। इस आयोजन का उद्देय युवाओं को श्रोता से एक प्रखर वक्ता बनाना था। इस दौरान दीक्षांत समारोह में प्रतिभागियों ने अपने-अपने भाषणों में अपनी प्रतिभाओं का परिचय दिया।
इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी प्रतिभावों ने बच्चों को विश्वास के साथ अपनी बातों को रखने के गुण सिखाये और उनके हौसले को बढ़ाया। इस पाठ्यक्रम के पूरा होने के बाद रविवार को तेरापंथ भवन में दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया था। इस दौरान श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निधि समर्पण समिति, ओडिशा के अध्यक्ष प्रोफेसर प्रफुल्ल मिश्र ने बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभागियों को अपनी बातों को प्रभावी ढंग से रखने के बारे जानकारियां प्रदान की। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि कुछ शब्दों के इधर-उधर होने के कारण अर्थ के अनर्थ भी निकलते हैं। इसलिए उन्होंने बच्चों को सलाह दी कि अपनी बातों को रखते समय प्रभावी शैली का प्रयोग करें।
इस समारोह में जैन समाज के वरिष्ठ सदस्य प्रकाश बेताला, मनसुख सेठिया, बछराज बेताला, सुभाष भुरा, तेयुप अध्यक्ष रतन मनोत आदि सदस्यों ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं। साथ ही उम्मीद जतायी कि वह आगे चलकर समाज की जिम्मेदारियों को बखूबी निर्वहन करेंगे।
इस मौके पर अतिथि विशेष धनंजय बांटिया, तेयुप अध्यक्ष रतन मनोत, प्रशिक्षक अनिता गांधी, मंत्री दीपक श्यामसुखा, संयोजक विशाल दुग्गड़ उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में रोशन पुलिया, ललित जैन, मनीष दुधोड़िया, विवेक बेताला, विकास जैन ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन की। रतन मनोत ने सभी के प्रति आभार जताया।