केंद्रीय मंत्री बनने के बाद विशेश्वर टुडू का अपनी जन्मभूमि मयूरभंज का पहला दौरा

केंद्रीय जल एवं जनजातीय मामलों के मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद भाजपा सांसद इंजी. विशेश्वर टुडू पहली बार अपने निर्वाचन क्षेत्र और जन्मभूमि मयूरभंज पहुंचे। जिले के निवासियों और समर्थकों ने उनका भव्य स्वागत किया।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Wed, 08 Sep 2021 01:42 PM (IST) Updated:Wed, 08 Sep 2021 01:42 PM (IST)
केंद्रीय मंत्री बनने के बाद विशेश्वर टुडू का अपनी जन्मभूमि मयूरभंज का पहला दौरा
केंद्रीय मंत्री विशेश्वर टुडू का अपनी जन्मभूमि मयूरभंज का पहला दौरा

भुवनेश्‍वर, जागरण संवाददाता। मयूरभंज से भाजपा सांसद इंजी. विशेश्वर टुडू पहली बार केंद्रीय जल एवं जनजातीय मामलों के मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद पहली बार 6 सितम्बर को भुवनेश्वर और पुरी का दौरा करने के बाद मंत्री आज अपने निर्वाचन क्षेत्र और जन्मभूमि मयूरभंज पहुंचे। 7 तारीख सुबह बालेश्वर के अपने दौरे के बाद, जिला सीमा के कलमा में जिले के निवासियों और समर्थकों ने उनका भव्य स्वागत किया। मंत्री टुडू के कलमा, बैशिंगा और बेतानोटी होते हुए बारीपदा पहुंचने के बाद हजारों की संख्या में जिला वासियों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंत्री का अभिनंदन करने के लिए रैली निकाली। श्री टुडू पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वरघी गोवर्धन के तीन दशक बाद आदिवासी सांसद के रूप में शपथ लेने वाले दूसरे सांसद हैं, इसलिए भाजपा खेमे में उत्साह है क्योंकि जिले के लोगों को इस पर गर्व है।

8 तारीख से उनका मयूरभंज और राज्य के कई जिलों का दौरा करने और राज्य के विभिन्न हिस्सों का दौरा करने, कई परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद दिल्ली लौटने का कार्यक्रम है। 8 तारीख को सुबह बारिपदा के अम्बिका हॉटेल मे बीजेपी कार्यकर्तााओं के सामने, संबादिक सम्मेलन करते हुए जिले के विकास कार्य को जारी रखते हुए मंत्री ने अपना एमपी रिपोर्ट कार्ड का अनावरण किया।

इस समरोह मे बीजेपी जिला अध्यक्ष कांन्द्रा सोरेन, मयूरभंज के महाराजा श्री प्रवीण भंजदेव, राज्य कार्यकारिणी सदश्य जीवन साहू, छोटलाल मोहन्त, और मीडिया समन्वयक कवि विष्णु सथपथी शामिल थे। इस रिपोर्ट कार्ड मे उन्होंने जिले के रेलवे, जिले के विमानन विभाग का सुधार, राष्ट्रीय राजपथ मे विस्तार, शिक्षा के अंदर नया अवसर, जिले के पर्यटन को आकर्षित कराने का हर मुमकिन कार्य जल्द से जल्द किया जायेगा। इसके साथ-साथ अपने आदिवासी जनजातीयों के आर्थिक विकास के लिये भी कार्य किया जाएगा ऐसा उन्‍होंने अपने वकतव्‍य में कहा है। उनकी रिपोर्ट में स्‍वर्णरेखा परियोजना के तहत जल समस्या का समाधान करने का भी उल्‍लेख है।

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