मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मिलने पहुंचे आन्ध्र के सीएम जगनमोहन रेड्डी, प्रमुख मुद्दों को सुलझाने पर बनी सहमति

राजधानी भुवनेश्वर के लोकसेवा भवन में ओडिशा और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के मध्य मंगलवार को बहुप्रतीक्षित बैठक हुई है। बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी का बिजू पटनायक हवाई अड्डे पर स्वागत किया गया।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 09 Nov 2021 10:46 PM (IST) Updated:Tue, 09 Nov 2021 10:46 PM (IST)
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मिलने पहुंचे आन्ध्र के सीएम जगनमोहन रेड्डी, प्रमुख मुद्दों को सुलझाने पर बनी सहमति
ओडिशा और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के मध्य मंगलवार को बहुप्रतीक्षित बैठक

नारायण दास, भुवनेश्‍वर। राजधानी भुवनेश्वर के लोकसेवा भवन में ओडिशा और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के मध्य मंगलवार को बहुप्रतीक्षित बैठक हुई है। बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी का बिजू पटनायक हवाई अड्डे पर स्वागत किया गया। बैठक से पहले आन्ध्र प्रदेश के उच्च स्तरीय अधिकारियों का एक दल मुख्य सचिव सुरेश चंद्र महापात्र से मिला। मुख्यमंत्रियों के इस बैठक में दोनों राज्यों के आपसी संबंध से लेकर विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।

दोनों मुख्यमंत्रियों के मध्य कई आपसी संबंधों खासकर सीमा के निर्धारण, जलसंसाधन, ऊर्जा, नक्सली समस्या, को लेकर विस्तार से चर्चा की गई! सद्भावना पूर्ण वातावरण में हुई इस मुलाकात के बाद बातचीत के बाद जिन प्रमुख मुद्दों को सुलझाने पर सहमति बनी है उनमें बहुचर्चित कोटिया ग्राम समूह मामले को सुलझाने, नेरेडी बैरेज को लेकर गतिरोध दूर करने, झंझावती (रिजर्वर) जलभंडार मामला, पोलावरम प्रकल्प मामला ,

बाहुदा नदी में पानी छोड़ने को लेकर विस्तार से चर्चा हुई।

इसके अलावा बालिमेला और अपर सिलेरू जलबिजली परियोजना से ऊर्जा को लेकर दोनों पक्ष आपसी सहयोग से काम करने पर सहमत हुए। नक्सली समस्या से जूझ रहे दोनों राज्यों ने इस समस्या से निपटने के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लिया। नक्सल प्रभावित इलाकों में गांजा की खेती जैसे मुद्दों को सुलझाने के लिए रणनीति बनाकर काम करने का निर्णय लिया गया।

इसके अलावा भाईचारा बढ़ाने के लिए सीमावर्ती इलाके में भाषाई शिक्षकों की नियुक्ति, पाठ्य-पुस्तकें मुहैया कराने, भाषाई परीक्षा आयोजित करने सहमति बनी। श्रीकाकुलम के बी. आर. अम्बेडकर विश्वविद्यालय में ओडिआ और ब्रह्मपुर विश्वविद्यालय में तेलुगु चेयर स्थापित करने का निर्णय लिया गया। इस पर सहमति जताई गई कि सांविधानिक दायरे में रहकर दोनों राज्य आपसी सहयोग के जरिए सभी मुद्दों को सुलझाने की कोशिश करेंगें।

गौरतलब है कि दोनों राज्य आपस में केवल सीमा साझा नहीं करते अपितु बरसों से दोनों के मध्य सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंध रहे हैं। दोनों ही राज्य प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित रहे हैं। तुफान, बाढ़ जैसे प्राकृतिक आपदाओं के समय इस संबंधो की गहराई सामने आती रही है।

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