उत्तर ओडिशा के सबसे बड़े वृद्ध आश्रम के लिए भूमि पूजन संपन्न, बालेश्वर डेवलपमेंट फोरम की हुई प्रशंसा

वरिष्ठ नागरिकों को सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से बालेश्वर डेवलपमेंट फोरम (बीडीएफ) की तरफ से वृद्ध आश्रम के लिए भूमि पूजन किया गया। इस कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए साथ ही मुख्य अतिथि के तौर पर ज्योति प्रकाश पाणिग्रही उपस्थित थे।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 01:04 PM (IST) Updated:Tue, 19 Jan 2021 01:04 PM (IST)
उत्तर ओडिशा के सबसे बड़े वृद्ध आश्रम के लिए भूमि पूजन संपन्न, बालेश्वर डेवलपमेंट फोरम की हुई प्रशंसा
उत्तर ओडिशा के सबसे बड़े वृद्ध आश्रम के लिए भूमि पूजन

बालेश्वर, जागरण संवाददाता। बालेश्वर डेवलपमेंट फोरम (बीडीएफ) की ओर से वरिष्ठ नागरिकों को सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से भूमि पूजन का कार्यक्रम आयोजन किया गया। राज्य के संस्कृति व पर्यटन मंत्री ज्योति प्रकाश पाणिग्रही इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए तथा उन्होंने अपने कर कमलों से आधारशिला रखी। इस नेक कार्य के लिए जमीन दान करने वाले व्यक्ति के प्रति मंत्री ने आभार व्यक्त किया।

  इस कार्यक्रम में पूर्व सांसद रविंद्र जेना, विधायक स्वरूप दास, विधायक सुधांशु परिडा, पूर्व नगरपाल आलोक साहू समेत कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए थे। अपने वक्तव्य में इन अतिथियों ने कहा कि आज के समाज में वृद्ध व्यक्ति कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं। ऐसे में यह वृद्धाश्रम उनके बुढ़ापे का सहारा बनेगा। इस भूमि पूजन में मुख्य कार्यकर्ता के तौर पर बालेश्वर डेवलपमेंट फोरम (बीडीएफ) के अध्यक्ष तथा विशिष्ट समाजसेवी विक्रम पंडा और उनकी धर्मपत्नी ने मुख्य भूमिका अदा की। इस नेक कार्य के लिए जमीन दान करने वाले लक्ष्मी राणा भी मौजूद थे और वह काफी खुश नजर आ रहे थे। 

 इस संगठन के सचिव सहिरुल हक ने संगठन के विभिन्न कार्यक्रमों की विस्तृत से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उत्तर ओड़िशा का यह सबसे बड़ा वृद्धाश्रम बनने जा रहा है जहां पर करीब एक सौ से 200 वृद्धों को आश्रय मिलेगा तथा इसमें करीब 3 करोड रुपए खर्च होगा। इस संगठन के अध्यक्ष विक्रम पंडा ने बालेश्वर के लोगों से शामिल होने और सहयोग करने का आग्रह किया।  यहां उल्लेखनीय है कि इस आश्रम के बन जाने से उत्तर ओडिशा के सबसे बड़ा वृद्ध आश्रम बनकर तैयार होगा। इस संगठन के अध्यक्ष विक्रम पंडा ने कहा है कि यह आश्रम 2 वर्ष में बनकर तैयार हो जाएगा। 

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