बालेश्वर में बारिश और बाढ़ से जनजीवन त्राहिमाम

बालेश्वर जिले में जलका नदी के खतरे के निशान को पार कर जाने के कारण बस्ता बालियापाल और भोगराई ब्लॉक क्षेत्र पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 08:25 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 08:25 AM (IST)
बालेश्वर में बारिश और बाढ़ से जनजीवन त्राहिमाम
बालेश्वर में बारिश और बाढ़ से जनजीवन त्राहिमाम

जागरण संवाददाता, बालेश्वर : बालेश्वर जिले में जलका नदी के खतरे के निशान को पार कर जाने के कारण बस्ता, बालियापाल और भोगराई ब्लॉक क्षेत्र पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। जलका नदी जिसका खतरे का निशान 5.50 मीटर है, इस निशान को पार कर नदी 6.62 मीटर पर प्रवाहित हो रही है। इसके चलते बस्ता ब्लॉक के करीब 60 गांव के 50 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। यहां की कुल 8 पंचायतों में खेत-खलिहान से लेकर सड़कों और लोगों के घरों तक में पानी घुस जाने से बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गए हैं। जिला प्रशासन की ओर से आठ टीमों को लोगों के स्थानांतरित और सहयोग के लिए लगाया गया है। गुरुवार की दोपहर तक करीब तीन हजार लोगों को सुरक्षित निकालकर अस्थाई शिविरों में रखा गया है और उनके भोजन पानी की व्यवस्था की गई है।

इसी तरह से सुवर्णरेखा नदी का खतरे का निशान 10.36 मीटर है जिसका पानी 9.22 मीटर पर बह रहा है। बीती रात को ऊपरी इलाकों में जोरदार बारिश के चलते यहां पर ऊपरी हलाके का पानी नदी में आने की संभावना व्यक्त की जा रही है। इसके चलते बालियापाल के 4 पंचायत तथा भोगराई के 6 पंचायतों के लोगों को लेकर प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। अभी भी इन दोनों ब्लॉकों के सैकड़ों गांव पानी में डूबे हुए हैं।

मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को फिर से एक लघु चाप बंगाल की खाड़ी में बनने जा रहा है। इसके प्रभाव से उत्तरी ओडिशा में खासकर भद्रक बालेश्वर और मयूरभंज जिले में मूसलाधार बारिश होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। अभी दो सप्ताह से एक ओर जहां लोग बारिश और बाढ़ के पानी में रहने को मजबूर हैं। वहीं, दूसरी तरफ यदि शुक्रवार को फिर से एक लघुचाप बना और बारिश का सिलसिला इसी तरह जारी रहा तो जिले की प्राय: तीनों नदियां जलका, सुवर्णरेखा और बूढ़ाबलंग में बाढ़ आने की संभावना व्यक्त की जा रही है। जिला प्रशासन की ओर से तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क किया गया है तथा उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। जलका नदी दूसरे दिन भी खतरे के निशान को पार कर जाने के कारण लोगों को आवागमन के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। समाचार लिखे जाने तक बालेश्वर तथा उत्तरी बालेश्वर में मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी था।

वैतरणी नदी भी खतरे के निशान के पार : भद्रक जिले के आखुआपदा में वैतरणी नदी का जलस्तर भी गुरुवार को खतरे के निशान को पार कर गया है। वैतरणी नदी का यहां खतरे का निशान 17.83 मीटर है जबकि नदी 17.85 मीटर पर प्रवाहित हो रही है। ऊपरी हिस्से में बारिश होने से पुन: वैतरणी नदी का जल स्तर बढ़ने लगा है। इससे पुन: धामनगर एवं भंडारीपोखरी ब्लाक के प्रभावित होने की आशंका की जा रही है। प्रशासन की तरफ से स्थिति पर पैनी नजर रखी जा रही है। गौरतलब है कि ऊपरी हिस्से में हुई भारी बारिश के कारण एक दिन पहले ही बालेश्वर के जलेश्वर में जलका नदी का बांध टूट गया था। इससे एकताली गांव के पास नदी में करीब 500 फीट की खाई बनी थी।

chat bot
आपका साथी