तय हो गया अंडे का फंडा क्योंकि खुल गया राज पहले मुर्गी आर्इ या अंडा

आखिरकार राज पर से पर्दा हट गया आैर ये तय हो गया कि मुर्गी आैर अंडे में पहले कौन आया। वैज्ञानिकों का कहना है सदियों पुराने सवाल का नवीनतम जवाब क्वांटम फिजिक्स से मिला है।

By Molly SethEdited By: Publish:Mon, 10 Sep 2018 01:11 PM (IST) Updated:Mon, 10 Sep 2018 01:12 PM (IST)
तय हो गया अंडे का फंडा क्योंकि खुल गया राज पहले मुर्गी आर्इ या अंडा
तय हो गया अंडे का फंडा क्योंकि खुल गया राज पहले मुर्गी आर्इ या अंडा

बेहद प्राचीन है सवाल

न्यूयार्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक प्राचीन काल से यूनान के विचारकों के बीच बहस का मुद्दा रहा है एक सवाल कि पहले मुर्गी आर्इ या अंडा आैर आज तक इस पर माथापच्ची होती आर्इ है। जब किसी ने कहा कि मुर्गी पहले आर्इ तो पूछा गया कहां से क्योंकि बिना अंडे के मुर्गी तो आ नही सकती, आैर अगर कहा गया कि अंडा आया तो भी वही सवाल की मुर्गी के बिना अंडा कहां से आया। अब जाकर इस एेतिहासिक समस्या का एक जवाब सामने आया है। इस बारे में ऑस्ट्रेलिया की क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों और फ़्रांस के एनईईएल संस्थान ने दावा किया है कि क्वांटम फिजिक्स की मदद से यह रहस्य खुल गया है। 

पहले आये दोनो ही  

वैज्ञानिकों के अनुसार क्वांटम फिजिक्स कहती है कि पहले अंडा और मुर्गी दोनों ही आए थे। क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी में एआरसी सेंटर ऑफ एक्सिलेंन्स फॉर क्वांटम इंजीनियरिंग सिस्टम के भौतिक विज्ञानी जैकी रोमेरो ने स्पष्ट किया कि क्वांटम मैकेनिक्स कहती है कि एेसा किसी नियमित रूप से तय क्रम के बिना हो सकता है। यानि शोध ये कहता है कि दोनों ही चीजें पहले हो सकती हैं, आैर इस अध्ययन को 'अनिश्चितता के कारणों का क्रम' कहा जाता है, हालांकि ये आम तौर पर लागू होने वाला नियम नहीं है। 

क्या है ये अध्ययन

वैज्ञानिकों ने इसे समझने के लिए फोटोनिक क्वांटम स्विच कॉन्‍फिगरेशन का प्रयोग किया। इस शोध में दो घटनाओं का क्रम जिस पर निर्भर करता है उसे कंट्रोल कहते हैं। जैसे कंप्यूटर में बिट्स होता है, जिसकी वैल्यू या मान 0 या 1 होता है। यदि कंट्रोल वैल्यू 0 है तो 'बी' से पहले 'ए' होता है और यदि कंट्रोल वैल्यू एक है तो 'ए' से पहले 'बी' होगा। क्वांटम फिजिक्स में सुपरपोजिशन के अनुसार , मतलब एक के ऊपर दूसरी चीज को बैठाना, बिट्स हो सकते हैं, जिसका मतलब है कि उनका मान एक ही समय में 0 और 1 होता है। हम मान सकते हैं कि इस नियम के तहत एक निश्चित अर्थ में बिट्स की वैल्यू अपरिभाषित है। अब कंट्रोल के अनिश्चित मान की वजह से जो क्रम तय किया जाता है, उसे 'ए' और 'बी' घटनाओं के बीच का अपरिभाषित क्रम माना जाता है। भले ही सामान्य रूप से ये विश्वास किया जाता है कि 'ए' आैर 'बी' के बीच कौन पहला है ये सत्य एक ही हो सकता है पर क्वांटम फिजिक्स में ये दोनों ही पहले हो सकते हैं आैर उसे सही ही माना जायेगा। जिसे अपरिभाषित अस्थिर क्रम कहा जाता है। बेशक परिवर्तन की कई तरह का हो सकता है लेकिन इस रूपांतरण और ध्रुवीकरण विकल्प आपसी संबंध की एक सीमा होती है। शोध के दौरान इसी नियम को तोड़ दिया गया आैर तब यह नतीजा आया कि 'ए' और 'बी' के बीच एक अनिश्चित क्रम है। इस आधार पर सोसाइटी ऑफ अमरीकन फिजिक्स मैगजीन फिजिकल रिव्यू जर्नल- अमरीकन फिजिकल सोसाइटी में प्रकाशित इस शोध में ये बताया गया कि पहली बार अंडा आैर मुर्गी दरसल दोनों ही आये थे। 

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