जायडस कैडिला ने DCGI को अतिरिक्त डाटा सौंपा, अगस्त में वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल पर होगा फैसला
अहमदाबाद की दवा कंपनी जायडस कैडिला ने अपनी कोरोना वैक्सीन जायकोव-डी की प्रतिरक्षा और सुरक्षा से संबंधित अतिरिक्त डाटा भारत के दवा महानियंत्रक (डीसीजीआइ) को सौंप दिया है। सूत्रों ने बताया कि डीसीजीआइ ने कंपनी से अतिरिक्त डाटा की मांग की थी।
नई दिल्ली, एएनआइ। अहमदाबाद की दवा कंपनी जायडस कैडिला ने अपनी कोरोना वैक्सीन जायकोव-डी की प्रतिरक्षा और सुरक्षा से संबंधित अतिरिक्त डाटा भारत के दवा महानियंत्रक (डीसीजीआइ) को सौंप दिया है। सूत्रों ने बताया कि डीसीजीआइ ने कंपनी से अतिरिक्त डाटा की मांग की थी।
कंपनी की तरफ से मुहैया कराए गए डाटा की विषय विशेषज्ञ समिति की अगली बैठक में समीक्षा की जाएगी। अगर डाटा को संतोषजनक पाया जाता है तब डीसीजीआइ द्वारा अगस्त में जायडस कैडिला की वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति देने पर फैसला लिया जा सकता है।
सीरम को कोवोवैक्स के परीक्षण की अनुमति देने की सिफारिशसमाचार एजेंसी प्रेट्र के मुताबिक केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की कोरोना पर विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (एसआइआइ) को दो से 17 साल के बच्चों पर कोवोवैक्स के दूसरे और तीसरे चरण के परीक्षण की सशर्त अनुमति देने की सिफारिश की है। यह परीक्षण 920 बच्चों पर 10 केंद्रों पर किया जाएगा। परीक्षण दो आयुवर्ग समूह 12-17 वर्ष और दो-11 वर्ष के बच्चों पर किया जाएगा, प्रत्येक समूह में 460-460 बच्चे शामिल होंगे।
देश में गहरा रहा है तीसरी लहर का खतरा
बता दें कि इस वक्त देश में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा गहरा गया है। दूसरी लहर धीमी पड़ने के बाद पहली बार देश में 10 फीसद से अधिक संक्रमण दर वाले जिलों की संख्या बढ़ी है। राहत की बात यह है कि ऐसे जिले अभी तक मुख्य रूप से केरल और पूर्वोत्तर के राज्यों में सीमित हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक एक तरफ पिछले तीन हफ्ते से कोरोना के सक्रिय मामलों में गिरावट थम गई है, वहीं दूसरी तरफ 10 फीसद से अधिक संक्रमण दर वाले जिलों की संख्या बढ़ने लगी है। फिलहाल इसे कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत नहीं कहा जा रहा है और स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी अभी स्थिति पर नजर रखने की बात कर रहे हैं, लेकिन इसे तीसरी लहर के खतरे के संकेत के रूप में जरूर देखा जा रहा है।