गोल्डन ग्लोब रेस के दौरान कैसे घायल हो गया नौसेना का अधिकारी

दक्षिण हिंद महासागर को पार करते वक्त अभिषेक का सामना तूफान से हुआ। इस दौरान समुद्र में 14 मीटर ऊंची लहरें उठ रही थीं।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Sun, 23 Sep 2018 06:17 PM (IST) Updated:Sun, 23 Sep 2018 06:19 PM (IST)
गोल्डन ग्लोब रेस के दौरान कैसे घायल हो गया नौसेना का अधिकारी
गोल्डन ग्लोब रेस के दौरान कैसे घायल हो गया नौसेना का अधिकारी

कोच्चि, प्रेट्र। 'गोल्डन ग्लोब रेस' में हिस्सा लेने के दौरान घायल हुए नौसेना अधिकारी अभिलाष टॉमी का पता लगा लिया गया है। उनकी नौका आस्ट्रेलिया के पर्थ से 1900 नॉटिकल मील (3518.80 किमी) दूर दक्षिणी हिंद महासागर में है। उन्हें सोमवार तक फ्रांस के एक पोत द्वारा बचाए जाने की संभावना है। यह दावा रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और नौसेना ने किया है।

रक्षा मंत्री द्वारा रविवार शाम सात बजे किए गए ट्वीट के मुताबिक अगले 16 घंटे में फ्रांस के पोत ओसीरिस द्वारा उन्हें बचा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि घायल नौसेना अधिकारी की स्थिति को लेकर वाइस एडमिरल अजीत कुमार पी से भी बात की गई है। आस्ट्रेलिया नौसेना के साथ मिलकर पूरे बचाव अभियान की निगरानी की जा रही है। रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि टॉमी को बचाकर सबसे पहले आस्ट्रेलियाई पोत पर लाया जाएगा। यह पर्थ से निकल चुका है।

समुद्र में उठ रही थीं 14 मीटर ऊंची लहरें
इससे पहले रविवार दिन में रक्षा प्रवक्ता ने बताया था कि दक्षिण हिंद महासागर को पार करते वक्त अभिषेक का सामना तूफान से हुआ। इस दौरान समुद्र में 14 मीटर ऊंची लहरें उठ रही थीं। अभिषेक की नौका को इन लहरों से गहरी क्षति पहुंची है और वह खुद भी पीठ में गहरी चोट लगने से घायल हो गए हैं।
पी-8 आइ विमान ने क्षतिग्रस्त नौका देखी
प्रवक्ता के मुताबिक भारतीय नौसेना के पी-8 आइ विमान ने अभिषेक की बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी नौका को देखा। प्रवक्ता के मुताबिक जब विमान नौका के ऊपर से उड़ा तब कमांडर टॉमी ने इमरजेंसी पोजीशन इंडिकेटिंग रेडियो बीकॅन (ईपीआइआरबी) से संकेत दिया। बता दें कि ईपीआइआरबी एक यंत्र है, जिसका प्रयोग समुद्र में हादसे के दौरान बचाव के संकेतों को देने में प्रयोग किया जाता है।
रेस में कर रहे भारत का प्रतिनिधित्व 
अभिषेक ने रविवार को फ्रांस में रेस के आयोजकों से संपर्क स्थापित कर संदेश दिया था कि वह हिल नहीं पा रहे हैं और उन्हें स्ट्रेचर चाहिए। वह स्वदेश में निर्मित पोत 'एस वी तुराया' में थे और एक जुलाई से 'गोल्डन ग्लोब रेस 2018' में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।

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