मध्यप्रदेश: विश्वस्तरीय हबीबगंज रेलवे स्टेशन तैयार, अगले माह प्रधानमंत्री मोदी करेंगे लोकार्पण

100 करोड़ की लागत वाला विश्वस्तरीय हबीबगंज स्टेशन तैयार हो गया है और इसका लोकार्पण अगले माह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होगा। यह देश का पहला स्टेशन है जिसे निजी भागीदारी से पुन विकसित किया गया है।

By Monika MinalEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 04:29 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 04:29 PM (IST)
मध्यप्रदेश: विश्वस्तरीय हबीबगंज रेलवे स्टेशन तैयार, अगले माह प्रधानमंत्री मोदी करेंगे लोकार्पण
विश्वस्तरीय हबीबगंज रेलवे स्टेशन तैयार, अगले माह प्रधानमंत्री मोदी करेंगे लोकार्पण

भोपाल [हरिचरण यादव]। भारत का पहला विश्वस्तरीय हबीबगंज रेलवे स्टेशन तैयार हो गया है और अगले माह इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों किया जाएगा।  हालांकि 16 जुलाई को विश्वस्तरीय गांधीनगर कैपिटल रेलवे स्टेशन का लोकार्पण किया जा चुका है, लेकिन गांधीनगर स्टेशन को रेलवे ने स्वयं तैयार किया है जबकि हबीबगंज निजी भागीदारी से तैयार किया गया देश का पहला विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन है।

सौ करोड़ रुपये की लागत से हुआ तैयार 

 निजी भागीदारी से मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में विकसित सर्वसुविधायुक्त विश्वस्तरीय हबीबगंज रेलवे स्टेशन का लोकार्पण प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अगस्त के दूसरे सप्ताह में किए जाने की संभावना है।बंसल पाथ-वे हबीबगंज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा चार साल में तैयार किए गए इस स्टेशन की लागत सौ करोड़ रुपये है। इसमें 46 हजार यात्रियों की क्षमता के मुताबिक तमाम आधुनिक सुविधाएं जुटाई गई हैं। भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंडल (एसोचैम) ने इसी माह स्टेशन को पर्यावरण, जल संरक्षण और टिकाऊ निर्माण कार्यो के लिए पांच सितारा जेम रेटिंग पुरस्कार दिया है। आने वाले पांच साल में यह राजधानी का मुख्य स्टेशन होगा। अभी यहां 80 से अधिक ट्रेनों का ठहराव है, जिसे बढ़ाकर 150 से अधिक करने की योजना है। यहां ट्रेनों को रोकने, उनकी साफ-सफाई करने के लिए ऑटोमेटिक प्लांट बनकर तैयार है।

अत्याधुनिक हबीगंज स्टेशन एक नजर में

- वेटिंग हॉल : एयरपोर्ट की तर्ज पर ट्रेन से जाने वाले एस्केलेटर, ट्रेवलेटर से होकर कॉन्कोर (वेटिंग हॉल) तक पहुंचेंगे। ट्रेन का उद्षोषणा होने पर सीधे प्लेटफॉर्म पर पहुंचेंगे। 900 यात्रियों वाले इस कॉन्कोर में एलईडी स्क्रीन व आधुनिक अनाउंसमेंट उपकरण लगाए गए हैं। इसके अलावा मुख्य भवन में प्लेटफॉर्म-एक की तरफ महिला-पुरष यात्रियों के लिए 75-75 की क्षमता के एसी वेटिंग रूम व डॉरमेट्री है।

- सब-वे : ट्रेन से उतरने वाले यात्री प्लेटफॉर्मो से सीधे अंडर ग्राउंड सब-वे से होकर प्लेटफॉर्म-एक व पांच से बाहर निकलेंगे।

- पार्किंग : प्लेटफॉर्म-1 की तरफ 210 चार पहिया व 600 दो पहिया वाहन और प्लेटफॉर्म-5 की ओर 90 चार पहिया व 250 दो पहिया वाहन पार्किंग की सुविधा है।

- खानपान : प्रत्येक प्लेटफार्म पर नौ व कॉन्कोर पर 20 फूड स्टॉल होंगे। प्लेटफॉर्म-एक की तरफ 36 मीटर ऊंचे मुख्य भवन में फूड कोर्ट होगा।

स्टेशन पर अन्य सुविधाएं

- 03 ट्रेवलेटर - 08 लिफ्ट - 12 एस्केलेटर - 120 इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले - 176 सीसीटीवी कैमरे - 300 एलईडी

स्क्रीन स्टेशन का प्रबंधन

- 5 लाख लीटर पानी रोज लगेगा। इसमें से 3 लाख लीटर पानी फिल्टर होगा।

- 400 किलो कचरा रोज निकलेगा।

- 500 किलोवॉट बिजली की जरूरत होगी। हर माह 12 लाख रुपये का बिल आएगा।

45 साल तक डेवलपर करेगा कारोबार

स्टेशन को विकसित करने के बदले डेवलपर को स्टेशन परिसर में 17 हजार 245 स्क्वेयर मीटर जमीन दी है। इस जमीन पर शॉपिंग कांप्लेक्स, अस्पताल, सिनेमा, होटल व दुकानें बन रही हैं। इन पर डेवलपर का 45 साल तक अधिपत्य रहेगा। डेवलपर को यात्री सुविधा वाले हिस्सों की देखरेख व रखरखाव पांच साल तक करना होगा।

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