COVID 19 Vaccination Drive: पीएम मोदी बोले, वैक्सीन पहले उन्हें दी जाएगी, जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत

कोरोना महामारी के बीच भारत में दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इसका शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज के दिन का पूरे देश को बेसब्री से इंतजार था।

By TaniskEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 08:19 AM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 10:58 PM (IST)
COVID 19 Vaccination Drive: पीएम मोदी बोले, वैक्सीन पहले उन्हें दी जाएगी, जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत
भारत में कोरोना टीकाकरण अभियान आज से शुरू। (एएनआइ)

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान का शुभारंभ करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर साफ कर दिया कि कोरोना की वैक्सीन पहले उन्हें दी जाएगी, जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है। प्रधानमंत्री मोदी ने प्राथमिकता वाले 30 करोड़ लोगों के वैक्सीन लगने का क्रम भी स्पष्ट कर दिया। उनके अनुसार सबसे अधिक जोखिम उठाने वाले डाक्टर, नर्स, अस्पताल के सफाई कर्मचारी और पैरा-मेडिकल स्टाफ को सबसे पहले टीका लगेगा।

उसके बाद जरूरी सेवाओं और देश की रक्षा व कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने वालों को वैक्सीन दी जाएगी, जिनमें सुरक्षाबल के जवान, पुलिसकर्मी, फायरब्रिगेड के लोग और सफाई कर्मचारी शामिल हैं। इसके बाद 50 साल से अधिक उम्र और गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों का नंबर आएगा।

कोरोना के खिलाफ भारत के टीकाकरण अभियान की विशालता को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भारत की साम‌र्थ्य की दिखाता है। भारत शुरू में ही जितने लोगों को टीका लगाने जा रहा है, वह कई देशों की आबादी से अधिक है। पहले चरण में ही तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों, सफाईकर्मियों और सुरक्षाकर्मियों को टीका लगाया जाएगा। जबकि दुनिया के 100 देशों की आबादी तीन करोड़ से कम है। 50 साल अधिक उम्र और गंभीर बीमारी ग्रसित लोगों को जोड़ लें, अगले कुछ महीने में 30 करोड़ लोगों को प्राथमिकता के साथ टीका लगने जा रहा है।

दुनिया में केवल चीन, भारत और अमेरिका की आबादी ही इससे ज्यादा है। सबसे बड़ी बात यह है कि पूरा टीकाकरण अभियान दो-दो मेड इन इंडिया वैक्सीन से हो रहा है। यह भारतीय विज्ञानियों की दक्षता और प्रतिभा का सबूत है।

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कोरोना के खिलाफ भारत के टीकाकरण अभियान की विशालता को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भारत की साम‌र्थ्य की दिखाता है। भारत शुरू में ही जितने लोगों को टीका लगाने जा रहा है, वह कई देशों की आबादी से अधिक है। पहले चरण में ही तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों, सफाईकर्मियों और सुरक्षाकर्मियों को टीका लगाया जाएगा। जबकि दुनिया के 100 देशों की आबादी तीन करोड़ से कम है। 50 साल अधिक उम्र और गंभीर बीमारी ग्रसित लोगों को जोड़ लें, अगले कुछ महीने में 30 करोड़ लोगों को प्राथमिकता के साथ टीका लगने जा रहा है।

दुनिया में केवल चीन, भारत और अमेरिका की आबादी ही इससे ज्यादा है। सबसे बड़ी बात यह है कि पूरा टीकाकरण अभियान दो-दो मेड इन इंडिया वैक्सीन से हो रहा है। यह भारतीय विज्ञानियों की दक्षता और प्रतिभा का सबूत है।

उन्होंने बताया कि किस तरह से भारत ने ठीक एक साल पहले कोरोना को रोकने के लिए एडवाइजरी जारी की थी। उनके अनुसार भारत जैसी विशाल आबादी वाले देश के लिए तमाम तरह की आशंकाएं जताई जा रही थीं। दूसरे देशों में महामारी की भयावहता को देखते हुए लोगों का जीवन को बचाने के लिए लॉकडाउन के अलावा कोई उपाय नहीं था।

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कोरोना के खिलाफ लड़ाई के सफर को भारत के लिए 'आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता' का बताते हुए प्रधानमंत्री ने टीकाकरण के दौर में भी इसे बनाए रखने की अपील की। इस दौरान लोगों ने आत्मविश्वास खोया नहीं। इसके साथ ही टेस्टिंग किट, मास्क, पीपीई किट, वेंटिलेटर के मामले में विदेशी आयात पर निर्भरता खत्म करके निर्यात करने का सफर पूरा किया।

यह सफर टीकाकरण में भी जारी रहेगा और आज दुनिया टीके के लिए भारत की ओर आशा उम्मीद की नजरों से देख रही है।वैक्सीन लगाने वालों से प्रधानमंत्री ने दोनों डोज 28 दिन के अंतर पर लेने की अपील की और साथ ही मास्क, दो गज की दूरी और साफ-सफाई के दिशा निर्देशों का पालन आगे भी जारी रखने की जरूरत बताई।

साथ-साथ चलेंगे कोरोना और पहले चल रहे टीकाकरण अभियान

कोरोना और पहले से चल रहे टीकाकरण के अभियान साथ-साथ चलेंगे। बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए पहले चल रहे सार्वभौमिक टीकाकरण अभियान में कोई दिक्कत नहीं आए, इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 30 जनवरी तक केवल 10 दिन कोरोना के टीके लगाने को कहा है। शेष पांच दिन सार्वभौमिक टीकाकरण अभियान के तहत टीके लगाए जाएंगे। राज्यों को 30 तक कोरोना के टीका लगाने के दिन चुनने की छूट दी गई है। 31 जनवरी को पूरे देश में पोलियो का टीका लगा जाएगा।

CoWIN APP से टीकाकरण प्रक्रिया की निगरानी होगी

CoWIN (कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस वर्क) एपलिकेशन से पूरे टीकाकरण प्रक्रिया की निगरानी होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, टीकाकरण अभियान के पहले चरण में, 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीका लगाया जाएगा। इसके अलावा गंभीर बीमारी से जूझ रहे  50 साल से कम उम्र के लोगों को टीका लगाया जाएगा।

हेल्पलाइन नंबर जारी 

टीकाकरण अभियान शुरू करने से पहले इसकी तैयारियों का जायजा लेने के लिए पूरे देश में ड्राई रन का आयोजन हुआ। कोरोना महामारी और वैक्सीनेशन से जुड़ी जानकारी के लिए सरकार ने 24x7 कॉल सेंटर बनाया है। 1075 पर कॉल करके आप कोई भी जानकारी ले सकते हैं।

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