बिना गनमैन और लाइजनिंग ऑफिसर के बांधवगढ़ गए थे चार पर्यवेक्षक

चुनाव ड्यूटी के लिए आए निर्वाचन आयोग के चार पर्यवेक्षक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व गए थे।सतना जिला प्रशासन ने आने-जाने या ठहरने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की।

By TaniskEdited By: Publish:Tue, 20 Nov 2018 11:11 PM (IST) Updated:Tue, 20 Nov 2018 11:11 PM (IST)
बिना गनमैन और लाइजनिंग ऑफिसर के बांधवगढ़ गए थे चार पर्यवेक्षक
बिना गनमैन और लाइजनिंग ऑफिसर के बांधवगढ़ गए थे चार पर्यवेक्षक

भोपाल,जेएनएन। चुनाव ड्यूटी के लिए आए निर्वाचन आयोग के चार पर्यवेक्षक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व गए थे। इसके लिए उन्होंने चुनाव कार्य के लिए उपलब्ध कराए वाहन का इस्तेमाल किया। सभी पर्यवेक्षक बिना गनमैन और लाइजनिंग ऑफिसर के गए थे। सतना जिला प्रशासन ने आने-जाने या ठहरने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की। यह खुलासा सतना कलेक्टर की रिपोर्ट से हुआ है। रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेजी जा चुकी है पर पर्यवेक्षकों को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है। 

कांग्रेस के सूचना का अधिकार विभाग के अध्यक्ष अजय दुबे ने 19 चुनाव पर्यवेक्षकों के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पर्यटन के लिए जाने की शिकायत की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि पर्यटन विकास निगम और जिला प्रशासन ने पर्यवेक्षकों के लिए जरूरी इंतजाम किए। सीधे चुनाव आयोग की हुई शिकायत पर जांच रिपोर्ट मांगी गई थी, जिसे सतना कलेक्टर राहुल जैन ने सोमवार देर शाम भेज दिया। 

'नईदुनिया' के हाथ लगे जांच प्रतिवेदन के मुताबिक चित्रकूट, नागौर, अमरपाटन और रामपुर बघेलान सीट के लिए तैनात पर्यवेक्षक 16 और 17 नवंबर को बांधवगढ़ गए थे। इसके लिए उन्होंने चुनाव कार्य के लिए आवंटित वाहन का उपयोग किया। चारों पर्यवेक्षक बिना लाइजनिंग ऑफिसर और गनमैन के गए थे। पर्यवेक्षकों की ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों ने बांधवगढ़ जाने की पुष्टि भी कर दी है। दुबे ने दावा किया कि उनके पास पुख्ता प्रमाण हैं कि पर्यवेक्षक पर्यटन के लिए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व गए थे। इस मामले में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने बताया कि इस संबंध में हमें चुनाव आयोग से कोई निर्देश और सूचना नहीं मिली है। 

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