गोवा में भांग की खेती के पक्ष में नहीं है प्रमोद सावंत सरकार, लंबे समय से चल रहा था विचार

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटेड मेडिसिन (IIIM) ने भांग की वैधानिक खेती करने का प्रस्ताव भेजा था जिस पर मुख्यमंत्री ने इनकार करते हुए दोहराया कि उनकी सरकार राज्य में भांग की वैधानिक खेती नहीं करने देगी। पढ़ें पूरी खबर।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 10:35 AM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 10:35 AM (IST)
गोवा में भांग की खेती के पक्ष में नहीं है प्रमोद सावंत सरकार, लंबे समय से चल रहा था विचार
गोवा में भांग की खेती के पक्ष में नहीं है प्रमोद सांवत सरकार, लंबे समय से चल रहा था विचार

पणजी, एएनआइ। इन दिनों गोवा में भांग की मांग बढ़ रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने प्रमोद सावंत ने साफ कह दिया है कि वह राज्य में बढ़ती भांग के प्रस्ताव के पक्ष में नहीं है। बता दें राज्य में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटेड मेडिसिन (IIIM) ने भांग की वैधानिक खेती करने का प्रस्ताव भेजा था, जिस पर मुख्यमंत्री ने इनकार करते हुए दोहराया कि उनकी सरकार राज्य में भांग की वैधानिक खेती नहीं करने देगी। बता दें कि राज्य सरकार काफी लंबे समय से कानून तौर पर भांग की खेती को अनुमित देने के प्रस्ताव पर विचार कर रही थी। दवा के लिए भांग की नियंत्रित खेती की अनुमित देने की संभावना यहां पर जताई जा रही थी। 

मुख्यमंत्री ने बुधवार को फतोर्दा विधायक विजई सरदेसाई (Fatorda MLA Vijai Sardesai) द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कहा कि राज्य सरकार भांग की खेती और उत्पादन को वैध बनाने के प्रस्ताव के साथ आगे नहीं बढ़ेगी हालांकि प्रस्ताव की जांच कानून द्वारा की जा रही है, जिसमें विभाग द्वारा इस प्रस्ताव को अस्वीकार नहीं किया गया है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार को दवा के लिए भांग की नियंत्रित खेती के संदर्भ में प्रस्ताव मिला था।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पास अगर कोई प्रस्ताव आता है तो इसका मतलब नहीं है कि सीधे उसे आगे ले जाया जाए। पहले इस प्रस्ताव की कानूनी जांच होगी, मुख्यमंत्री ने कहा कि भांग एक एक औषधीय पौधा है जिसका उपयोग विशेष रूप से कैंसर रोगियों के लिए दर्द निवारक में किया जाता है। जिस पर कुछ दूसरे राज्य शोध कर रहे हैं। फिलहाल इस प्रस्ताव के साथ हम आगे नहीं बढ़ रहे हैं। 

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