Vaccination in India : आखिर भारत में सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन के बाद भी टीकाकरण की रफ्तार धीमी क्‍यों, जानें इसकी बड़ी वजह

Vaccination in India देश में प्रतिदिन 35 लाख डोज लगाई जा रही है। खास बात यह है कि 85 दिनों में भारत दस करोड़ वैक्‍सीनेशन करके एक खास मुकाम हासिल किया है। दुनिया में किसी भी देश ने इतनी तीव्र गति से वैक्‍सीनेशन नहीं किया है।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 02:25 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 10:45 PM (IST)
Vaccination in India : आखिर भारत में सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन के बाद भी टीकाकरण की रफ्तार धीमी क्‍यों, जानें इसकी बड़ी वजह
आखिर भारत में सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन के बाद भी टीकाकरण की रफ्तार धीमी क्‍यों। फाइल फोटो।

नई दिल्‍ली, ऑनलाइन डेस्‍क। Vaccination in India : दुनियाभर में सबसे ज्‍यादा वैक्‍सीनेशन करने वालों देशों की सूची में भारत भले ही तीसरे स्‍थान पर हो, लेकिन सकल आबादी की लिहाज से वैक्‍सीनेशन की रफ्तार काफी धीमी है। यह चिंता का कारण है। भारत सरकार इसको लेकर जरूर चिंत‍ित होगी। दरअसल, भारत की बड़ी आबादी के कारण वैक्‍सीनेशन की स्‍पीड काफी धीमी है। देश में प्रतिदिन 35 लाख डोज लगाई जा रही है। खास बात यह है कि 85 दिनों में भारत ने दस करोड़ वैक्‍सीनेशन करके एक खास मुकाम हासिल किया है। दुनिया में किसी भी देश ने इतनी तीव्र गति से वैक्‍सीनेशन नहीं किया है। हालांकि, जनसंख्‍या की दृष्टि से देखे तो यह गति काफी धीमी चल रही है। आखिर भारत में वैक्‍सीनेशन की क्‍या है रणनीति। इसमें क्‍या है अंकों का खेल। 

दुनिया प्रति दस लाख आबादी में कितने को टीका

प्रति दस लाख की आबादी में देश में कितने लोगों को टीका लग रहा है ? इस दृष्टिकोण से दुनिया में भारत की क्‍या स्थिति है ? इस लिहाज से इजरायल सबसे ऊपर है। इसके बाद ब्रिटेन और तीसरे स्‍थान पर अमेरिका है। भारत 15वें स्‍थान पर है। उरुग्‍वे चौथे पायदान और तुर्की पाचवें स्‍थान पर है। इस क्रम में स्‍पेन, फ्रांस, इटली, जर्मनी, कनाडा, ब्राजील, चीन, मैक्सिको, रूस और 15वें स्‍थान पर भारत है। इस लिहाज से चीन और रूस की स्थिति भी भारत से बहुत बेहतर नहीं हे। चीन 12वें और रूस 14वें स्‍थान पर है। यानी भारत से सिर्फ एक पायदान ऊपर है। यूरोपीय देशों की स्थिति काफी अच्‍छी है। भारत में केवल 4.8 फीसद आबादी को वैक्‍सीन का पहला डोज लगा है। 0.7 फीसद आबादी को दूसरा डोज लगा है। भारत अपने लक्ष्‍य से काफी पीछे चल रहा है। यही वजह है कि भारत में वैक्‍सीन का असर आबादी पर नहीं दिख रहा है। इस हिसाब से देश में कम से कम 50 लाख डोज के लक्ष्‍य के साथ काम करना होगा। 

कुल वैक्सीनेशन में तीसरे स्थान पर भारत

अगर दुनियाभर में सबसे ज्‍यादा वैक्‍सीनेशन की बात करें तो भारत दुनिया की सूची में तीसरे पायदान पर है। यह तस्‍वीर राहत देने वाली हो सकती है, लेकिन कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए यह काफी नहीं है। भारत में प्रति दिन 35 लाख टीके लगाए जा रहे है। वैक्‍सीनेशन के मामले में अमेरिका टॉप पर है। चीन दूसरे स्‍थान पर है, जबकि दस लाख की आबादी के लिहाज से टीकाकरण के मामले में वह 12वें स्‍थान पर है। वैक्‍सीनेशन में चीन की बड़ी आबादी आड़े आ रही है। चीन के बाद भारत तीसरे स्‍थान पर है। ब्रिटेन, ब्राजील,  जर्मनी, फ्रांस, स्‍पेल इजरायल, भारत से पीछे चल रहे हैं।  

भारत को मिली कोव‍िड-19 वैक्सीन 'स्पुतनिक V' (Sputnik V)

रूस की कोव‍िड-19 वैक्सीन 'स्पुतनिक V' (Sputnik V) को एक्सपर्ट कमिटी ने आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही कोरोना महामारी से निपटने के लिए देश को तीसरी वैक्सीन मिल गई है। गौरतलब है कि देश में महामारी के खिलाफ कोविशील्ड और कोवैक्सीन का इस्तेमाल पहले से ही हो रहा है। अब रूस की स्पुतनिक V को मंजूरी मिलने के बाद इस महामारी से निपटने के लिए डॉक्टरों के पास एक और बड़ा हथियार आ गया है। बता दें कि  सबसे पहले रूस ने ही कोविड-19 वैक्सीन बनाने का दावा किया था।

chat bot
आपका साथी