भारत के वैक्सीन निर्यात शुरू करने के फैसले को डब्ल्यूएचओ ने सराहा, कही यह बात
वैक्सीन की सप्लाई फिर से शुरू करने के भारत के एलान का डब्ल्यूएचओ ने सराहना की। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अधनोम घ्रेबेयेसस ने कहा कि इस फैसले से इस साल के अंत तक सभी देशों में कम-से-कम 40 फीसद आबादी के टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। अगले महीने से दुनिया के दूसरे देशों को कोरोना रोधी वैक्सीन की सप्लाई फिर से शुरू करने के भारत के एलान का विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सराहना की है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अधनोम घ्रेबेयेसस ने कहा कि भारत के इस फैसले से इस साल के अंत तक सभी देशों में कम-से-कम 40 फीसद आबादी के टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
वैश्विक संस्था के महानिदेशक ने स्वास्थ्य मंत्री मांडविया को दिया धन्यवाद
ध्यान देने की बात है कि कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने के बाद भारत ने देश में उत्पादित वैक्सीन के निर्यात पर रोक लगा दी थी। डब्ल्यूएचओ प्रमुख घेब्रेयेसस ने ट्वीट कर स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को वैक्सीन की सप्लाई फिर से शुरू करने की घोषणा के लिए धन्यवाद दिया। गौरतलब है कि मांडविया ने सोमवार को कहा था कि भारत अगले महीने 'वैक्सीन मैत्री' कार्यक्रम के तहत और वैश्विक 'कोवैक्स' पहल को लेकर अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए अतिरिक्त कोरोना वैक्सीन का निर्यात फिर से शुरू करेगा।
भारत ने अगले महीने से अतिरिक्त कोरोना वैक्सीन के निर्यात का किया है एलान
उनके अनुसार अक्टूबर से भारत में कोरोना वैक्सीन की 30 करोड़ से अधिक डोज का उत्पादन होने जा रहा है और अगले तीन महीनों में 100 करोड़ से अधिक डोज का उत्पादन होगा। वैसे मांडविया ने साफ कर दिया था कि भारतीयों के संपूर्ण टीकाकरण का लक्ष्य सरकार की पहली प्राथमिकता होगी, लेकिन अतिरिक्त वैक्सीन को दूसरे देशों को सप्लाई की इजाजत दे दी जाएगी।
ध्यान देने की बात है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक देश है। घरेलू मांग को पूरा करने के लिए वैक्सीन निर्यात पर पाबंदी के चलते विकासशील और गरीब देशों को वैक्सीन की सप्लाई ठप हो गई थी। अप्रैल के पहले भारत कोरोना वैक्सीन की लगभग छह करोड़ डोज का निर्यात कर चुका था।