Weather Update Today: गुजरात-महाराष्ट्र के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट, जानें- अन्य राज्यों का हाल
विभाग ने गुजरात में भी गुरुवार को भारी बारिश का अनुमान व्यक्त किया है। जबकि गोवा के लिए विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। मौसम विभाग ने मुंबई और अन्य तटीय इलाकों में भारी बारिश के बाद गुजरात और तटीय महाराष्ट्र के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इससे पहले चेतावनी के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था। मंगलवार रात से ही शहर में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव हो गया है। विभाग ने गुजरात में भी गुरुवार को भारी बारिश का अनुमान व्यक्त किया है। जबकि गोवा के लिए विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं बारिश और बाढ़ जनित घटनाओं में बुधवार को देश में 12 लोगों की मौत हो गई। असम में बाढ़ से सात लोगों की मौत हो गई। उत्तराखंड में मकान ढहने से एक गर्भवती महिला समेत चार लोगों की मृत्यु हो गई। महाराष्ट्र में बिजली गिरने से एक किसान की मौत हो गई।
बाढ़ के कारण असम के 26 जिलों में 36 लाख लोग प्रभावित
आधिकारिक बुलेटिन के मुताबिक, बाढ़ के कारण असम के 26 जिलों में 36 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने कहा है कि बाढ़ जनित घटनाओं में अब तक 92 लोगों की मौत हुई है। इसमें 66 लोगों की मौत बाढ़ में और 26 लोगों की मौत भूस्खलन में हुई है। राज्य का धुबरी जिला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है वहां 5.51 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। इसके बाद बारपेटा में 5.30 लाख और गोलपाड़ा में करीब 4.28 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जिला प्रशासन और स्थानीय लोगों ने मिलकर पिछले 24 घंटों के दौरान 3,991 लोगों को बचाया है इस दौरान 180 नौकाओं का इस्तेमाल किया गया। मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने जोरहाट जिले में टियोक राजबाड़ी हायर सेकेंडरी स्कूल में बने बाढ़ राहत शिविर का दौरा किया और लोगों से बातचीत की। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि उनकी सरकार युद्धस्तर पर बाढ़ प्रभावित लोगों को सभी जरूरी सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रही है।
एएसडीएमए ने बताया कि वर्तमान में राज्य के 3,376 गांव पानी में डूबे हुए हैं और 1,27,647 हेक्टेयर फसल तबाह हो चुकी है। 23 जिलों में कुल 629 राहत शिविर संचालित हैं और उनमें 36,320 लोगों ने शरण ली हुई है। राज्य के जोरहाट में निमाटीघाट और तेजपुर के सोनितपुर के अलावा गुवाहाटी, धुबरी और गोलपाड़ा शहरों में ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।