वीजा व्यवस्था में वृद्धि को लेकर अमेरिका से बातचीत कर रहा भारत: विदेश मंत्रालय

ट्रंप प्रशासन द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में काम करने वाले विदेशी पेशेवरों को एच-1बी वीजा देने के लिए कंप्यूटरीकृत लॉटरी व्यवस्था समाप्त करने के कदम से संबंधित सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने उक्त टिप्पणी की।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Fri, 30 Oct 2020 07:45 AM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 07:45 AM (IST)
वीजा व्यवस्था में वृद्धि को लेकर अमेरिका से बातचीत कर रहा भारत: विदेश मंत्रालय
वीजा व्यवस्था को लेकर अमेरिका से बातचीत जारी- विदेश मंत्रालय।

नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत ने गुरुवार को कहा कि वीजा व्यवस्था में संभावनाओं में वृद्धि सुनिश्चित करने को लेकर वह अमेरिका के साथ बातचीत कर रहा है। ट्रंप प्रशासन द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में काम करने वाले विदेशी पेशेवरों को 'एच-1बी' वीजा देने के लिए कंप्यूटरीकृत लॉटरी व्यवस्था समाप्त करने के कदम से संबंधित सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने उक्त टिप्पणी की। श्रीवास्तव ने कहा, 'लोगों से लोगों के बीच संबंध, भारत और अमेरिका के बीच विशेष संबंधों का एक महत्वपूर्ण आधार है।

वीजा व्यवस्था में अधिक संभावना सुनिश्चित करने को लेकर हम अमेरिकी सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं। साथ ही उन लोगों की असुविधाओं को कम करने को लेकर भी बातचीत जारी है जो अमेरिका में रहते हैं अथवा जिन्हें वहां की यात्रा करने की आवश्यकता है।' उल्लेखनीय है कि ट्रंप प्रशासन सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में काम करने वाले विदेशी पेशेवरों को 'एच-1बी' वीजा देने के लिए कंप्यूटरीकृत लॉटरी व्यवस्था के स्थान पर वेतन आधारित चयन प्रक्रिया अपनाने जा रहा है। 'एच-1बी' वीजा एक गैरप्रवासी वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को तकनीकी विधाओं में दक्ष विदेशी कर्मचारियों को नौकरियां देने की मंजूरी प्रदान करता है।

सोमालिया में फंसे 33 भारतीय नागरिकों का मुद्दा

सोमालिया में फंसे 33 भारतीयों में से 8-10 जल्द लौटेंगे। केन्या स्थित भारतीय मिशन ने सोमालिया में फंसे 33 भारतीय नागरिकों का मुद्दा उठाया है। ये सभी भारतीय नागरिक जिस कंपनी में काम करते थे, उसने इनके वेतन का भुगतान नहीं किया, जिससे वे वहीं फंसे हुए हैं। हालांकि, कंपनी उनके लंबित वेतन के भुगतान और वापसी का इंतजाम करने को लेकर सहमत हो गई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि केन्या स्थित भारतीय मिशन सभी आवश्यक कदम उठा रहा है और उम्मीद जताई कि जल्द ही 33 में से 8-10 लोग भारत वापस आ जाएंगे।

वंदे भारत मिशन के तहत विदेश से 20 लाख से ज्यादा भारतीय लौटे

विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि कोरोना महामारी के मद्देनजर सरकार द्वारा सात मई को वंदे भारत मिशन की शुरुआत किए जाने के बाद से 20 लाख से ज्यादा भारतीय दूसरे देशों से वापस आए हैं। अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि एक अक्टूबर से शुरू मिशन के सातवें चरण के तहत इस महीने के अंत तक 24 देशों से 1057 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन किया जाएगा। इसके तहत 1,95,000 लोगों के आने का अनुमान है। चाबहार के जरिये अफगानिस्तान की मदद को अमेरिका ने सराहाअनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि चाबहार बंदरगाह के जरिये अफगानिस्तान की मदद करने के भारत के प्रयासों की टू प्लस टू वार्ता में अमेरिका ने सराहना की। उनसे सवाल किया गया था कि क्या अमेरिका ने ईरान में चाबहार बंदरगाह के विकास को हरी झंडी दे दी है।

कोरोना से पहले प्रतिमाह जारी हो रहे थे 10 लाख पासपोर्टविदेश राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन ने गुरुवार को बताया कि कोरोना महामारी से पहले प्रतिमाह औसतन 10 लाख पासपोर्ट जारी किए जा रहे थे। उन्होंने उम्मीद जताई कि जैसे ही अर्थव्यवस्था खुलेगी और कामकाज पूरी तरह शुरू हो जाएगा तो यह आंकड़ा कोरोना पूर्व की स्थिति में पहुंच जाएगा।

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