विकास दुबे मुठभेड़ मामले में सीजेआइ ने पूछा, जज के रिश्तेदार का किसी पार्टी से जुड़ना क्या गुनाह है

बीएस चौहान को शामिल करने के मुद्दे पर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को अपना आदेश सुरक्षित रख लिया।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Tue, 11 Aug 2020 08:47 PM (IST) Updated:Tue, 11 Aug 2020 08:47 PM (IST)
विकास दुबे मुठभेड़ मामले में सीजेआइ ने पूछा, जज के रिश्तेदार का किसी पार्टी से जुड़ना क्या गुनाह है
विकास दुबे मुठभेड़ मामले में सीजेआइ ने पूछा, जज के रिश्तेदार का किसी पार्टी से जुड़ना क्या गुनाह है

नई दिल्ली, एएनआइ। हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे मुठभेड़ मामले की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग में जस्टिस (सेवानिवृत्त) बीएस चौहान को शामिल करने के मुद्दे पर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को अपना आदेश सुरक्षित रख लिया। इस दौरान प्रधान न्यायाधीश ने सवाल किया कि जज के रिश्तेदार का किसी पार्टी से जुड़ना क्या गुनाह है।

प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे ने सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता अधिवक्ता घनश्याम उपाध्याय से पूछा, वह यह आरोप क्यों लगा रहे हैं कि आयोग के अध्यक्ष जस्टिस बीएस चौहान के रिश्तेदार भाजपा में है तो वह निष्पक्ष नहीं रहेंगे।

जस्टिस बोबडे ने कहा, 'वह निष्पक्ष क्यों नहीं रह सकते? ऐसे भी जज हैं जिनके पिता सांसद हैं.. ऐसे भी जज हैं जिनके रिश्तेदार संसद में हैं.. क्या वे सभी निष्पक्ष जज नहीं हैं। क्या किसी पार्टी से संबंध रखना गैरकानूनी कृत्य है?' सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने शीर्ष अदालत से कहा कि न्यायिक आयोग में जस्टिस बीएस चौहान की नियुक्ति के खिलाफ घनश्याम उपाध्याय के आरोप अपमानजनक हैं।

बाल गोविंद चित्रकूट से किया गया गिरफ्तार

वहीं, दूसरी ओर कानपुर के बिकरू गांव में दो जुलाई की रात आठ पुलिसकर्मी हत्याकांड की मुख्य 'जड़' 50 हजार रुपये के इनामी व दुर्दात अपराधी विकास दुबे के चचेरे भाई बाल गोविंद दुबे उर्फ बड्डे उर्फ लालू को एसटीएफ ने चित्रकूट से गिरफ्तार कर लिया है। उसने पूछताछ में कई अहम राज उगले हैं। उसकी बेटी की ससुराल में चल रहे भूमि विवाद में ही विकास दुबे के दबाव बनाने से बिकरू कांड में इतने लोगों की जान गई। 

एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक बाल गोविंद को चित्रकूट जिले में खोही से कर्वी जाने वाले मार्ग पर परिक्रमा पथ मोड़ के पास से गिरफ्तार किया गया। वह दो जुलाई की घटना के 21 नामजद आरोपितों में था और फरार चल रहा था। गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ उसे लेकर चौबेपुर थाना पहुंची, जहां आइजी मोहित अग्रवाल समेत अन्य अफसरों ने उससे पूछताछ की। 

chat bot
आपका साथी