Vande Bharat Mission : UAE से 152 भारतीय नागरिकों की हुई वतन वापसी
दूसरे देशों में फंसे भारतीय नागरिकों की वतन वापसी के लिए भारत सरकार ने वंदे भारत मिशन की शुरुआत मई महीने में की।
इंदौर, एएनआइ। वंदे भारत मिशन (Vande Bharat Mission) के तहत एक विशेष उड़ान के जरिए संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के शारजाह में फंसे कुल 152 भारतीयों की रविवार को वतन वापसी हुई। वहां से आए यात्रियों में कोविड-19 के कोई लक्षण नहीं हैं, लेकिन उन्हें यहां के नियमों के अनुसार, क्वारंटाइन में रहना होगा। यह जानकारी कोविड के लिए इंदौर के नोडल ऑफिसर, अमित मालाकर ने दी। 8 जुलाई तक वंदे भारत मिशन के तहत विभिन्न देशों से कुल 5 लाख 80 हजार भारतीयों को वापस लाया गया है।
विदेश मंत्रालय की ओर से 9 जुलाई (गुरुवार) को यह जानकारी दी गई। इस मिशन की शुरुआत भारत सरकार द्वारा की गई, ताकि नॉवेल कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जारी लॉकडाउन के कारण दूसरे देशों में फंसे देश के नागरिकों की वतन वापसी हो सके। इस मिशन का पहला चरण 7 मई को संपन्न हुआ था। पिछले साल चीन के वुहान से शुरू हुए इस घातक वायरस का सिलसिला अब तक नहीं थमा है। मार्च तक दुनिया के तमाम देश इसकी चपेट में आ चुके थे तब जाकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस कोविड-19 संक्रमण को महामारी घोषित कर दिया।
सऊदी अरब में बसे भारतवंशियों की भारतीय नागरिकों के वतन वापसी में महत्वपूर्ण रही। इन सबने मिलकर वहां भारतीय दूतावास और भारत सरकार से संपर्क साधा तभी जाकर विशेष उड़ान के इंतजाम के लिए प्रयास किए गए। शारजाह से इस विशेष उड़ान के जरिए इंदौर पहुंचे कपड़ा कारोबारी चंद्रशेखर भाटिया ने बताया जानकारी दी कि इस उड़ान में सवार करीब 80 फीसद लोगों की नौकरी महामारी के कारण खत्म हो गई है। वहां से आए सभी यात्री मध्यप्रदेश के ही मूल निवासी हैं।
पिछले साल चीन के वुहान से शुरू हुए इस घातक वायरस का सिलसिला अब तक नहीं थमा है। मार्च तक दुनिया के तमाम देश इसकी चपेट में आ चुके थे, तब जाकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस कोविड-19 संक्रमण को महामारी घोषित कर दिया।