कोविड वैक्सीन की खरीद में राज्यों और निजी क्षेत्र ने मारी बाजी, जानें क्‍या कहते हैं आंकड़े

राज्य सरकारें कोरोना वैक्सीन की कमी की शिकायतें कर रही हैं। कई राज्यों ने वैक्सीन की कमी की वजह से 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के टीकाकरण को स्थगित भी कर दिया है लेकिन मई महीने के आंकड़ें दूसरी गवाही दे रहे हैं...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 08:50 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 10:59 PM (IST)
कोविड वैक्सीन की खरीद में राज्यों और निजी क्षेत्र ने मारी बाजी, जानें क्‍या कहते हैं आंकड़े
राज्यों और निजी क्षेत्र को केंद्र की तुलना में ज्यादा वैक्सीन मिलने जा रही है।

नई दिल्ली, जेएनएन। राज्य सरकारें कोरोना वैक्सीन की कमी की शिकायतें कर रही हैं। कई राज्यों ने वैक्सीन की कमी की वजह से 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के टीकाकरण को स्थगित भी कर दिया है लेकिन मई महीने के आंकड़ें बता रहे हैं कि राज्यों और निजी क्षेत्र को केंद्र की तुलना में ज्यादा वैक्सीन मिलने जा रही है। आइए जानें क्‍या कहते हैं इस बारे में आधिकारिक आंकड़े...

केंद्र से मिलेगी एक करोड़ 91 लाख से ज्‍यादा डोज

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार अगले 15 दिनों में यानी 16-31 मई के दौरान केंद्र सरकार की ओर से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोरोना वैक्सीन की एक करोड़ 91 लाख 99 हजार डोज की सप्लाई की जाएगी। इसमें कोविशील्ड की एक करोड़ 62 लाख 50 हजार और कोवैक्सीन की 29.49 लाख डोज शामिल है।

इन्‍हें मिलेगी फ्री वैक्‍सीन

इससे पहले पखवाड़े यानी 1-15 मई के दौरान केंद्र की तरफ से राज्यों को 1.70 करोड़ डोज दी गई थीं। इस तरह राज्यों को केंद्र से मई में कुल 3.62 करोड़ डोज की सप्लाई की जाएगी। ये वैक्सीन राज्यों को स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 45 साल से अधिक उम्र के प्राथमिकता वाले समूह के लोगों को लगाने के लिए केंद्र की ओर मुफ्त में दी जाएगी।

राज्‍य और निजी क्षेत्र करेंगे खरीद

वहीं, राज्य और निजी क्षेत्र अपने स्तर से इस महीने वैक्सीन की 4.39 करोड़ डोज की खरीद करेंगे, जो केंद्र को सप्लाई की जा रही वैक्सीन से 77 लाख डोज अधिक है। वैक्सीन की कुल उत्पादन का 50 फीसद केंद्र के हिस्से के लिए रिजर्व रखने की शर्त के बावजूद सप्लाई में इस अंतर के बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय का कोई अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।

कोरोना के खिलाफ मिला एक और हथियार

इस बीच देश को कोरोना के खिलाफ एक और हथियार मिल गया है। रूस से आयातित वैक्सीन स्पुतनिक-वी की पहली डोज हैदराबाद में लगाई गई। आधिकारिक बयान के मुताबिक इसकी एक डोज की कीमत 995.4 रुपये होगी। कंपनी की ओर से कहा गया है कि वैक्सीन का जब देश में उत्पादन शुरू हो जाएगा तब इसकी कीमत कम होने की संभावना है।

स्पुतनिक-वी 91.6 फीसद प्रभावी

भारत में स्पुतनिक-वी की पहली डोज डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज के ही कस्टम फार्मा सर्विस के ग्लोबल हेड दीप सप्रा को लगाई गई। डॉ. रेडीज लैबेरोटरी ने बताया कि इस वैक्सीन की पहली खेप इस महीने की पहली तारीख को भारत पहुंची थी। हिमाचल प्रदेश के कसौली स्थित सेंट्रल ड्रग लैबोरेटरी ने 13 मई को देश में इस वैक्सीन को लगाने की मंजूरी दी। मेडिकल जर्नल लैंसेट में प्रकाशित अध्ययन रिपोर्ट के मुताबिक स्पुतनिक-वी को 91.6 फीसद प्रभावी पाया गया है।

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