बच्चों की छूटी पढ़ाई पूरी कराने को करें सेटेलाइट टीवी का इस्तेमाल, जानें क्यों है कारगर
कोरोना महामारी के दौर में सोमवार को भाजपा सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे की अध्यक्षता में संसदीय स्थायी समिति की बैठक हुई। बैठक में कहा गया कि दूरदर्शन डीटीएच जैसे सेटेलाइट टीवी का उपयोग किया जाए क्योंकि इसकी पहुंच स्मार्टफोन से कहीं अधिक है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कोरोना महामारी के दौर में जिन बच्चों की पढ़ाई छूट गई है, उसे पूरा करने के लिए सेटेलाइट टीवी के इस्तेमाल का सुझाव दिया गया है। यह सुझाव एक संसदीय पैनल ने दिया। पैनल ने कहा कि छात्रों की छूटी पढ़ाई और सीखने की इस खाई को पाटने के लिए शिक्षा मंत्रालय और सीबीएसई के अधिकारियों को सेटेलाइट टीवी का उपयोग करना चाहिए।
सोमवार को भाजपा सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे की अध्यक्षता में संसदीय स्थायी समिति की बैठक हुई। बैठक में नेशनल काउंसिल आफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी), सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) तथा शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में कहा गया कि दूरदर्शन डीटीएच जैसे सेटेलाइट टीवी का उपयोग किया जाए, क्योंकि इसकी पहुंच स्मार्टफोन से कहीं अधिक है। इसके लिए इंटरनेट की भी जरूरत नहीं होती। इससे दूरदराज रहनेवाले छात्र भी पढ़ सकते हैं।
पैनल के सदस्यों ने कहा कि यह माडल गुजरात और ओडिशा ने अपनाया है। इसे अन्य राज्य भी लागू कर सकते हैं।बैठक में निर्णय लिया गया कि अगली बैठक में शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के अलावा इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गनाइजेशन (इसरो) और कई राज्यों के अधिकारियों को भी बुलाया जाएगा ताकि छात्रों की सीखने की खाई को पाटने के लिए सेटेलाइट टीवी के इस्तेमाल पर चर्चा की जा सके।