केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को किया आगाह, लॉकडाउन से प्रभावित नहीं हो टीकाकरण
लॉकडाउन के साथ ही मनोहर अगनानी ने राज्यों को कोरोना टीकाकरण केंद्र वाले अस्पतालों को कोविड अस्पतालों में बदले जाने को लेकर भी सावधान किया है। उनके अनुसार राज्यों को ऐसे अस्पतालों में टीका के लिए आने-जाने की अलग व्यवस्था करनी चाहिए
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए कई राज्यों में लगाए गए लॉकडाउन से टीकाकरण अभियान के प्रभावित होने के प्रति आगाह किया है। राज्यों को लिखे पत्र में स्वास्थ्य मंत्रालय के अपर सचिव मनोहर अगनानी ने कहा है कि लॉकडाउन और अन्य प्रतिबंधों के कारण टीकाकरण प्रभावित नहीं होना चाहिए।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जिन राज्यों में कोरोना संक्रमण सबसे ज्यादा है वहां लोगों को बचाने के लिए वैक्सीन लगाने की अहमियत भी उसी अनुरूप है। लेकिन शनिवार और रविवार को दिल्ली, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में लगे आंशिक या पूर्ण लॉकडाउन के कारण लोगों को वैक्सीन सेंटर तक पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा। जाहिर है इसका प्रभाव इन इलाकों में टीकाकरण अभियान पर पड़ा है।
अगनानी ने कहा कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए जितना जरूरी लॉकडाउन, नाइट कर्फ्यू जैसे उपाय हैं, उतना ही जरूरी टीकाकरण अभियान भी है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रैकिंग, ट्रीटमेंट, ट्रेसिंग और आइसोलेशन के बाद टीकाकरण को कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जरूरी बताया था। उन्होंने कहा कि राज्यों को यह समझना होगा कि संक्रमण रोकने के अन्य उपाय टीकाकरण की कीमत पर नहीं होना चाहिए।
लॉकडाउन के साथ ही मनोहर अगनानी ने राज्यों को कोरोना टीकाकरण केंद्र वाले अस्पतालों को कोविड अस्पतालों में बदले जाने को लेकर भी सावधान किया है। उनके अनुसार राज्यों को ऐसे अस्पतालों में टीका के लिए आने-जाने की अलग व्यवस्था करनी चाहिए और कोविड मरीजों से वार्ड से इसकी दूरी सुनिश्चित की चाहिए, ताकि वैक्सीन लगाने गए लोगों को संक्रमण का कोई खतरा नहीं हो।