अगले माह से बच्चों को मिलेगी कोरोना वैक्सीन की खुराक- स्वास्थ्य मंत्री मांडविया

महामारी कोविड-19 की तीसरी लहर में बच्चों के आने की आशंका को देखते हुए देश में अब इनके लिए ही वैक्सीन का ट्रायल हो रहा है जो अंतिम चरण में है। स्वास्थ्य मंत्री ने संभावना जताई है कि अगले माह से बच्चों व किशोरों को खुराकें दी जाएंगी।

By Monika MinalEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 03:02 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 04:29 PM (IST)
अगले माह से बच्चों को मिलेगी कोरोना वैक्सीन की खुराक- स्वास्थ्य मंत्री मांडविया
अगले माह से बच्चों को मिलेगी कोरोना वैक्सीन की खुराक- स्वास्थ्य मंत्री मांडविया

नई दिल्ली, एएनआइ। महामारी कोविड-19 की दूसरी लहर का प्रकोप झेलने के बाद देश में अब कोरोना वायरस के संक्रमण की तीसरी लहर से निपटने के लिए पहले से तैयारियां शुरू कर दी गई है। ऐसा कहा जा रहा है कि इस बार संक्रमण के चपेट में बच्चों के आने का खतरा अधिक है। इसे देखते हुए बच्चों के वैक्सीनेशन की तैयारियां जोरों पर हैं।

सोमवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक में भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने इस मुद्दे को उठाया। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा अगले महीने से देश में बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीनेशन का अभियान शुरू किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही भारत दुनिया का सर्वाधिक कोरोना वैक्सीन बनाने वाला देश बन जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में अनेकों कंपनियों को वैक्सीन बनाने के लिए लाइसेंस दिया जा रहा है।

स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वैक्सीन की 45.73 करोड़ से अधिक खुराक उपलब्ध कराई गई है। राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों और निजी अस्पतालों के पास अभी वैक्सीन की 2.28 करोड़ से ज़्यादा खुराक उपलब्ध है। मंत्रालय ने आज सुबह जो आंकड़े जारी किए उसके अनुसार देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस की 66,03,112 वैक्सीन लगाई गईं। इसके बाद से अब तक कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 44,19,12,395 हो गया।

उल्लेखनीय है कि दो से 18 वर्ष के बच्चों पर कोवैक्सीन टीके के परीक्षण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। उम्मीद जाहिर की जा रही है कि सितंबर में बच्चों के टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। इस बीच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के डाक्टर वयस्कों की तरह बच्चों की भी बीमारियों व उम्र के आधार पर वरीयता सूची तैयार कर टीकाकरण की सलाह दे रहे हैं। अगर ऐसा होता है तो 12 से 18 वर्ष के बच्चों के साथ मोटापे व अन्य पुरानी बीमारियों से पीड़ित बच्चों को वैक्सीन लगाने में प्राथमिकता दी जा सकती है।

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