भारत में कर्ज लेने वालों की सबसे बड़ी चिंता होती है ईएमआई, तीन में से दो को नहीं पता अपना सिबिल स्कोर

भारत में कर्जदारों की सबसे बड़ी चिंता उनकी ईएमआई से जुड़ी होती है। वहीं दूसरी तरफ उन्‍हें अपने सिबिल स्‍कोर के बारे में न तो कोई जानकारी होती है और न ही इसको कैसे कैलकुलेट किया जाता है इसका पता होता है।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Fri, 04 Dec 2020 09:48 AM (IST) Updated:Fri, 04 Dec 2020 10:51 PM (IST)
भारत में कर्ज लेने वालों की सबसे बड़ी चिंता होती है ईएमआई, तीन में से दो को नहीं पता अपना सिबिल स्कोर
क्‍या आप अपने सिबिल स्‍कोर के बारे में जानते हैं।

नई दिल्‍ली (जेएनएन)। देश में कर्ज लेने वाले तीन में सेदो को अपने सिबिल स्कोर के बारे में जानकारी नहीं है। अंतरराष्ट्रीय उपभोक्ता फाइनेंस प्रदाता कंपनी होम क्रेडिट की भारतीय शाखा ने कर्ज लेने वाले लोगों के बीच वित्तीय साक्षरता का पता लगाने के लिए एक सर्वे किया है। इसमें सात शहरों के एक हजार लोगों से बातचीत की गई। सर्वे में सामने आया कि 68 फीसद कर्जदारों को अपने सिबिल स्कोर के बारे में जानकारी नहीं है। हालांकि, 52 फीसद सिबिल स्कोर और उसके महत्व से परिचित हैं।

ईएमआइ की चिंता लेकिन ब्याज की राशि का पता नहीं

सर्वे में सामने आया कि 76 फीसद कर्जदारों को ऋण पर ब्याज की राशि का पता नहीं था। उनकी दिलचस्पी सिर्फ ईएमआइ की राशि जानने में थी। दिल्ली में महज 17, जयपुर में 19 और मुंबई में 24 फीसद को ऋण पर ब्याज की राशि के बारे में जानकारी थी। 43 फीसद ने कहा कि उन्हें ऋण पर ब्याज की गणना कैसे होती है, इसकी कम ही जानकारी है। किसी भी देश की आर्थिक प्रगति के लिए वित्तीय साक्षरता अहम होती है। इस अध्ययन का लक्ष्य यह जानना है कि हमारे ग्राहक अपने वित्तीय प्रबंधन को लेकर कितनी समझ रखते हैं। ज्यादातर लोग अपनी वित्तीय व्यवस्था के बारे में ज्यादा समझ विकसित करना चाहते हैं। इससे कंपनी को सार्थक वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम तैयार करने में मदद मिलेगी। लोग बजट, अच्छा ऋण बनाम बुरा ऋण, ऋण कब लें जैसी बातों के बारे में समझ विकसित कर सकेंगे।

म्यूचुअलफंड की जानकारी 

सर्वे में सामने आया कि 50 फीसद से अधिक लोग म्यूचुअल फंड के बारे में जानते हैं। कोलकाता में 66, दिल्ली में 61, मुंबई में 53, पटना में 50, भोपाल में 43, हैदराबाद में 41 और जयपुर में सबसे कम 37 फीसद को इस बारे में जानकारी है। वहीं 95 फीसद कर्जदारों ने बताया कि वह बैंक पासबुक से जुड़ी जानकारियों को समझते हैं। ऐसा समझने वाले सर्वाधिक 98 फीसद भोपाल में हैं। वहीं जयपुर में 97 और दिल्ली में 96 फीसद लोगों को यह जानकारी है। बैंक शाखा में बार-बार जाने से 87 फीसद बचत खाते और 80 फीसद चालू खाते का अर्थ समझते हैं। 

क्या है सिबिल स्कोर

यह तीन अंकों की एक संख्या है, जिसके आधार पर एक रिपोर्ट बनाई जाती है। रिपोर्ट में ऋण, रोजगार और आय जैसी सूचनाएं होती हैं। यदि आपको बैंक से लोन चाहिए तो यह आपके सिबिल स्कोर पर निर्भर करता है। इसका स्कोर 300 से 900 के मध्य होता है। स्कोर जितना ज्यादा होता है, लोन मिलने की संभावना उतनी अधिक होती है।

ऐसे जानें सिबिल स्कोर

सिबिल की वेबसाइट www.cibil.com पर जाएं। गेट योर सिबिल स्कोर पर क्लिक करें। यह आपको सब्सक्रिप्शंस वाले पेज पर ले जाएगा। वहां आपको ईमेल आइडी, नाम आदि दर्ज करना होगा। पुष्टि के लिए मोबाइल पर ओटीपी आएगा, जिसे दर्ज करना होगा। इसके बाद आपका एनरोलमेंट दिखाते हुए एक नई विंडो खुलेगी। इसके बाद क्रेडिट स्कोर का पता करने के लिए गो टू डैशबोर्ड पर क्लिक करें। वहां से आपको वह माईस्कोर डॉट सिबिल डॉट कॉम पर ले जाएगा, जहां आप अपना सिबिल स्कोर देख सकते हैं।

पटना के कर्जदार सबसे कम जागरूक

68 फीसद कर्जदारों जिन्हें सिबिल स्कोर के बारे में जानकारी नहीं हैं, आश्चर्यजनक रूप से वह पहले ही ऋण ले चुके हैं। पटना में केवल 22 फीसद कर्जदारों को अपने सिबिल स्कोर की जानकारी है, वहीं कोलकाता और मुंबई में 25 फीसद को यह जानकारी है। 

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