World Tourism Day पर जितेंद्र सिंह ने जताया भरोसा; महामारी के बाद पूर्वोत्तर में आसान पहुंच और प्राकृतिक खूबसूरती के लिए आकर्षित होंगे सैलानी
World Tourism Day पर केंद्रीय पूर्वोत्तर विकास मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कोरोना महामारी के बाद पूर्वोत्तर में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि छह साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें यहां की जिम्मेदारी सौंपी थी।
नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय पूर्वोत्तर विकास मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि महामारी के बाद देश में पूर्वोत्तर में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। रविवार को आयोजित विश्व पर्यटन दिवस पर उन्होंने भरोसा जताया है कि आने वाले कुछ समय के भीतर पूर्वोत्तर में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ाया जाएगा क्योंकि घरेलू पर्यटनों को यह एहसास होगा कि यह बहुत ही आसान और प्राचीन प्रकृति स्थान है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि छह साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें पूर्वोत्तर की देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी थी, लेकिन तब वह इस क्षेत्र से अनभिज्ञ थे।
उन्होंने कहा कि मैंने लोगों को सिर्फ यह कहते हुए सुना है कि पूर्वोत्तर को शेष भारत के करीब लाने के लिए कुछ करें, लेकिन कभी भारत के बाकी हिस्सों को पूर्वोत्तर के करीब न आने दें। इस विश्व पर्यटन दिवस पर उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के बाद पूर्वोत्तर में पर्यटन को व्यापक बढ़ावा मिलेगा। क्योंकि घरेलू पर्यटकों को अपनी आसान पहुंच और प्राचीन प्रकृति एहसास होगा।
दरअसल, विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को 'डेस्टिनेशन नॉर्थ-ईस्ट 2020' फेस्ट का वर्चुअली उद्घाटन किया था। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिना पूर्वात्तर के भारतीय संस्कृति अधूरी है। पूर्वातर की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि यह भारतीय संस्कृति का आभूषण है। इस साथ ही शाह ने सरकार के फैसले गिनाते हुए कहा कि यहां पर शांति स्थापित करना जरुरी था ताकी आर्तवव्यवस्था,पर्यटन और रोजगार पर आगे कार्य किए जा सकें। इसी दौरान पूर्वोतर में पर्यटन का बढ़ावा दने की पहल का मंत्री जितेंद्र सिंह ने स्वागत किया।
मंत्री जितेंद्र सिंह ने ट्वीट कर कहा कि ' गृह मंत्री अमित शाह जी आपने अगले आयोजन के लिये #DestinationNorthEast को अपने लोकसभा क्षेत्र गांधीनगर में आमंत्रित करके हमारे प्रयासों का मान बढ़ाया है। हम पूरी विनम्रता के साथ आप की अपेक्षा पर खरा उतरने के लिये प्रयत्नशील रहेंगें।'