खुदाई कर रहे किसान की चमकी किस्मत, एक साथ मिले लाखों की कीमत के तीन हीरे
पन्ना जिले के जरुआपुर गांव के किसान सुबल सरकार की किस्मत उस समय चमक गई जब उसे गुरुवार को खुदाई के दौरान तीन हीरे मिल गए।
पन्ना, जेएनएन। पुरानी कहावत है कि हीरा रंक से राजा बना देता है। पन्ना की धरती हीरे की खदानों के लिए पहले से ही चर्चित रही है। हीरा मिल जाए इसी चाह में लोग दूर-दूर से लोग पन्ना की रत्नगर्भा वसुंधरा की ओर खिंचे चले आते हैं। ऐसे एक नहीं दर्जनों लोग हैं जिनकी किस्मत हीरा मिलने के बाद बदली है। पन्ना जिले के जरुआपुर गांव के किसान सुबल सरकार की किस्मत उस समय चमक गई जब उसे गुरुवार को खुदाई में तीन हीरे मिल गए। इन हीरों का वजन क्रमश: 4.45, 2.16, 0.93 कैरेट है। इनका कुल वजन 7.59 कैरेट है और ये जेम क्वालिटी के बताए जाते हैं। तीनों हीरों की अनुमानित कीमत 20 लाख रुपये बताई जा रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सुबल सरकार ने तीनों हीरे हीरा कार्यालय में जमा करा दिए हैं। लॉकडाउन के दौरान परेशान किसान सुबल सरकार ने मई माह में अपने खेत में छह साथियों के साथ मिलकर हीरा खदान का पट्टा लिया था जो कि उथली हीरा खदान है। सुबल सरकार ने बताया कि लगभग 15 से 20 फीट खुदाई के बाद हीरे की चाल मिली जिसको निकालकर धुलाई और बिनाई की। स्थानीय अधिकारी आरके पांडेय ने बताया कि सभी हीरों को सुरक्षित जमा करा लिया गया है। इन हीरों को आगामी नीलामी में रखा जाएगा और जो भी कीमत मिलेगी उससे 12.50 फीसद रॉयल्टी और आयकर काटकर हीरा मालिक को सौंप दिया जाएगा।
अभी हाल ही में पन्ना जिले के नौ मजदूरों को उथली हीरा खदान से ही उज्जवल जैम क्वालिटी का 10 कैरेट 69 सेंट का हीरा मिला था। बताया जाता है कि लॉकडाउन में ये मजूदर बेहाल थे। अनलॉक होते ही किस्मत अजमाने के लिए उन्होंने उथली हीरा खदानों का सहारा लिया। पन्ना जिले के ग्राम रानीपुर की एक निजी जमीन पर आनंदी कुशवाहा ने हीरा कार्यालय से हीरा खनन के लिए पट्टा लिया था। इसमें आनंदी सहित नौ लोगों ने पार्टनर होकर खुदाई की। पहले इन्हें 70 सेंट की रेज (छोटा हीरा) मिला था। इसके बाद उन्होंने खोदाई का काम तेज दिया जिसमें उनको उज्जवल जैम क्वालिटी का 10 कैरेट 69 सेंट का हीरा मिला। इसकी अनुमानित कीमत पचास लाख रुपये से अधिक बताई जाती है।