कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर बढ़ाई गई एहतियात, जानें- किन-किन राज्‍यों में बढ़े हैं एक्टिव केस

भारत में बीते कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में तेजी देखने को मिल रही है। इसको देखते हुए केंद्र सरकार की तरफ से राज्‍यों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं। इसके अलावा राज्‍यों ने भी कमर कस ली है।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 12:48 PM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 07:44 PM (IST)
कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर बढ़ाई गई एहतियात, जानें- किन-किन राज्‍यों में बढ़े हैं एक्टिव केस
कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्‍यों ने भी कमर कस ली है।

नई दिल्‍ली (ऑनलाइन डेस्‍क)। भारत में बीते माह में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में जो गिरावट का दौर शुरू हुआ था अब उसमें दोबारा तेजी का दौर देखा जा रहा है। इसकी वजह है कि कुछ राज्‍यों में कोविड-19 के मामले बीते कुछ दिनों से लगातार बढ़ने की वजह से केंद्र और राज्‍य सरकार की चिंता भी बढ़ी है। वहीं लोगों में भी ये इस बात को लेकर डर पैदा होता दिखाई दे रहा है कि कहीं ये महामारी की कोई और लहर तो नहीं है।

सरकार के ताजा आंकड़े 

सरकारी आंकड़ों की मानें तो 25 फरवरी सुबह 8 बजे तक के ताजा आंकड़े बताते हैं कि देश में एक्टिव मामलों की संख्‍या 151708 है जबकि ठीक होने वाले मरीजों की संख्‍या 10738501 हो चुकी है। इसके अलावा कोरोना से हुई मौतों की बात करें तो ये 156705 तक पहुंच चुकी है। वहीं देश में अब तक 12671163 लोगों का वैक्‍सीनेशन किया जा चुका है। केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान 7,93,383 लोगों की टेस्टिंग की गई है। बीते 24 घंटोंं के दौरान देशभर में 16,738 नए मामले सामने आए हैं जिनमें से 89.57 फीसद मामले सात राज्‍यों में सामने आए हैं। 

इन राज्‍यों में बढ़े एक्टिव मामले 

केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के मुताबिक जिन राज्‍यों में बीते 24 घंटों में एक्टिव मामले बढ़े हैं उनमें महाराष्‍ट्र (5955 मामले), पंजाब (303 मामले), दिल्‍ली (128 मामले), मध्‍य प्रदेश (119 मामले), तेलंगना (107 मामले) और गुजरात (83 मामले) शामिल है। केरल में जहां पर बीते कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई थी, वहां बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के एक्टिव मामलों में 1796 गिरावट आई है। महाराष्‍ट्र में बीते 24 घंटों में 80 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है।

ये है टीकाकरण का हाल 

देश भर में वैक्‍सीनेशन की बात करें तो केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के आंकड़े ताजा आंकड़े (25 फरवरी 2021 की सुबत 7 बजे तक) बताते हैं कि देशभर में कुल 1,26,71,163 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। अब तक हुए वैक्‍सीनेशन में उत्‍तर प्रदेश सबसे आगे रहा है। यहां पर अब तक 1226775 लोगों को कोरोना वैक्‍सीन की खुराक दी जा चुकी है। इसके बाद महाराष्‍ट्र में 1087111, राजस्‍थान में 931222, गुजरात में 910683, पश्चिम बंगाल में 886491, कर्नाटक 765669, मध्‍य प्रदेश में 724350, बिहार में 600795, आंध्र प्रदेश 592903, ओडिशा में 584948, केरल में 493269, तमिलनाडु में 414827, छत्‍तीसगढ़ में 405883 है।

टीकाकरण का तीसरा दौर 

गौरतलब है कि भारत में कोरोना टीकाकरण के तीसरा दौर एक मार्च से शुरू करने का एलान केंद्र सरकार की तरफ से किया जा चुका है। इस चरण में 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। हालांकि इसमें कौन-कौन से लोग शामिल होंगे इसको लेकर आने वाले दिनों में जानकारी सामने आ जाएगी। इस चरण में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को भी टीका लगाया जाएगा। ये सरकारी और निजी दोनों ही केंद्रों पर उपलब्‍ध होंगे। हालांकि निजी केंदों पर लगाए जाने वाले टीके की कीमत के बारे में केंद्र सरकार की तरफ से अभी कुछ नहीं बताया गया है।

सामने आए वायरस के दो नए प्रकार 

आपको यहां पर ये भी बता दें कि महाराष्‍ट्र और केरल में वायरस के दो नए प्रकार सामने आए हैं। हालांकि सरकार के वरिष्‍ठ वैज्ञानिक डॉक्‍टर वीके पॉल ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि इन राज्‍यों में मामले बढ़ने के पीछे इनका कोई कारण हो सकता है। बढ़ते मामलों के मद्देनजर केंद्र सरकार ने महाराष्‍ट्र, छत्‍तीसगढ़, जम्‍मू कश्‍मीर और पंजाब की सरकारों को पत्र लिखकर टीकाकरण में तेजी लाने और प्रभावित जिलों में स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों की अधिक तैनाती करने को कहा है।

सरकारी दिशा-निर्देश 

आपको यहां पर ये भी बता दें कि केंद्र सरकार की तरफ से इसी माह कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर विदेशों से आने वाले यात्रियों के लिए गाइडलाइंस भी जारी की गई है। केंद्र सरकार ने इसी माह राज्‍य सरकारों को एसओपी भी जारी किया है, जिसमें कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर जरूरी साव‍धानियों और उनके लिए दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं। इसमें कहा गया है कि सभी दफ्तरों में एक दूसरे से दूरी बनाए रखने, मास्‍क लगाने, हाथों को सेनेटाइज करने की व्‍यवस्‍था सुनिश्चित कराने का कड़ाई से पालन किया जाए। ये दिशा-निर्देश केवल दफ्तरों तक ही सीमित नहीं है बल्कि सरकारी कर्मचारियों और आम जनता से भी इन्‍हें कड़ाई से मानने की अपील की गई है।

बढ़ाई गई एहतियात 

राज्‍यों के इस मामले में सख्‍ती की बात करें तो दिल्‍ली सरकार ने यहां पर महाराष्‍ट्र, पंजाब और केरल से आने वाले सभी यात्रियों की आरटीपीसीआर जांच कराने के निर्देश दिए हैं। दिल्‍ली में आने वाले इन यात्रियों के पास यदि दो दिन पुराने टेस्‍ट रिपोर्ट होगी तो उसको भी माना जाएगा। इसके अलावा एयरपोर्ट, रेलवे स्‍टेशनों पर रैंडम जांच करने के लिए भी कहा गया है। दिल्‍ली सरकार की तरफ से रेलवे स्‍टेशनों के नजदीक क्‍वारंटाइन सेंटर भी बनाए गए हैं ताकि संक्रमित मरीजों को वहां पर रखा जा सके। किसी भी संक्रमित को दो सप्‍ताह के लिए क्‍वारंटाइन होने की जरूरत होगी। यात्री अपनी सुविधा के मुताबिक निजी तौर पर क्‍वारंटाइन सेंटर भी चुन सकते हैं, जिसके लिए उन्‍हें कीमत अदाकरनी होगी। इसी तरह से उत्‍तराखंड, कर्नाटक समेत अन्‍य राज्‍यों ने भी बढ़ते मामलों को रोकने के लिए अपने यहां पर पाबंदियों को कड़ा किया है। साथ ही एहतियाती कदमों को उठाने की सख्‍त हिदायत दी है।

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