कर्नाटक और गुजरात के बाद अब मुंबई में सामने आया ओमिक्रोन का केस, देश में अब तक चार मामले दर्ज, बढ़ी सख्‍ती

देश में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट का चौथा मामला सामने आया है। दुबई दिल्ली के रास्ते दक्षिण अफ्रीका से मुंबई पहुंचने वाला महाराष्ट्र का शख्‍स ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित पाया गया है। इससे पहले गुजरात में एक व्‍यक्ति के इस वैरिएंट से संंक्रमित होने की पुष्टि हुई थी।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 03:21 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 06:59 AM (IST)
कर्नाटक और गुजरात के बाद अब मुंबई में सामने आया ओमिक्रोन का केस, देश में अब तक चार मामले दर्ज, बढ़ी सख्‍ती
देश में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट का चौथा मामला सामने आया है।

नई दिल्‍ली, एजेंसियां। देश में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट के मामलों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। शनिवार को महाराष्ट्र और गुजरात में एक-एक व्यक्ति के कोरोना के इस नए वैरिएंट से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। गुजरात के जामनगर में 72 साल के एक व्यक्ति को ओमिक्रोन से संक्रमित पाया गया है। यह व्यक्ति जिम्बाब्वे से 28 नवंबर को जामनगर पहुंचा था। गुजरात के स्वास्थ्य आयुक्त जय प्रकाश शिवहरे ने व्यक्ति के ओमिक्रोन से संक्रमित होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि बुजुर्ग को दो दिसंबर को कोरोना संक्रमित पाया गया था, जिसके बाद उनके नमूने की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई थी। 

28 नवंबर को गुजरात आया था तीसरा ओमिक्रोन संक्रमित

गुजरात के स्वास्थ्य आयुक्त जय प्रकाश शिवहरे ने बताया कि जिम्बाब्वे से 28 नवंबर को गुजरात के जामनगर आए 72 साल के एक व्यक्ति को इस नए वैरिएंट से संक्रमित पाया गया है। इससे पहले कर्नाटक में दो लोगों को ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित पाया गया था। गुजरात के स्वास्थ्य आयुक्त ने बताया कि बुजुर्ग को दो दिसंबर को कोरोना संक्रमित पाया गया था, जिसके बाद उनके नमूने की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई थी।

सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया

जामनगर के नगर आयुक्त विजय कुमार खराड़ी ने बताया कि संक्रमित व्यक्ति पिछले कई वर्षों से जिम्बाब्वे में रह रहे थे। वह अपने संबंधी से मिलने जामनगर आए थे। उन्हें खराड़ी के गुरु गोविंद सिंह सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिला प्रशासन उनके संपर्क में आए लोगों की तलाश में जुट गया है।

गुजरात के सीएम ने बैठक की, सख्ती बरतने के निर्देश

समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक जामनगर में Omicron के पहला केस आने के बाद गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने एक उच्च स्तरीय बैठक की। इसमें उन्‍होंने गुजरात के स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने ओमिक्रोन के संबंध में केंद्र सरकार की ओर से जारी नई गाइडलाइन को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए।

मकान कंटेनमेंट जोन घोषित 

गुजरात के अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज अग्रवाल ने कहा कि जामनगर में मिले ओमिक्रोन के मरीज को आइसोलेट कर दिया गया है। उनके मकान को माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। सारी सावधानियों का पालन करते हुए टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट की व्‍यवस्‍था होगी।

कल्याण डोम्बिवली में पाया गया मरीज 

मुंबई से सटे कल्याण डोम्बिवली नगरपालिका क्षेत्र में 33 साल के युवक को भी इस वैरिएंट से संक्रमित पाया गया है। यह युवक 23 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से दुबई और दिल्ली होते हुए मुंबई पहुंचा था। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि यह युवक चार लोगों के साथ आया था, उन सभी से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है। चारों लोगों की आरटी-पीसीआर जांच कराई जाएगी।

केरल में ब्रिटेन से आया व्‍यक्ति संक्रमित

केरल में भी ब्रिटेन से 21 नवंबर को आए एक व्यक्ति को कोरोना संक्रमित पाया गया है। कोझिकोड़ में यह केस मिला है और संक्रमित की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जा रही है।

बीएमसी सख्‍त की पाबंदियां

मुंबई में ओमिक्रोन का चौथा मामला सामने आने के बाद बृहन्मुंबई नगरपालिका परिषद (बीएमसी) ने जोखिम वाले देशों से आने वाले यात्रियों के लिए सात के होम क्वारंटाइन को अनिवार्य बना दिया है। होम क्वारंटाइन के दौरान बीएमसी के कर्मचारी दिन में पांच बार फोन कर यात्री के स्वास्थ्य की जानकारी लेंगे।

देश में कोरोना की स्थिति

24 घंटे में नए मामले 8,603

कुल सक्रिय मामले 99,974

24 घंटे में टीकाकरण 73.47 लाख

कुल टीकाकरण 127.62 करोड़

शनिवार सुबह 08:00 बजे तक कोरोना की स्थिति

नए मामले 8,603

कुल मामले 3,46,24,360

सक्रिय मामले 99,974

मौतें (24 घंटे में) 415

कुल मौतें 4,70,530

ठीक होने की दर 98.35 प्रतिशत

मृत्यु दर 1.36 प्रतिशत

पाजिटिविटी दर 0.69 प्रतिशत

सा.पाजिटिविटी दर 0.81 प्रतिशत

24 घंटे में 415 मौतें

वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से शनिवार सुबह अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में देश में 8,603 नए मामले मिले हैं, 415 मौतें हुई हैं और सक्रिय मामलों में भी मामूली गिरावट आई है। कोविन पोर्टल के आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक कोरोना रोधी वैक्सीन की कुल 127.38 करोड़ डोज लगी है। इसमें 79.97 करोड़ पहली और 47.40 करोड़ दूसरे डोज शामिल हैं।

मात्रोश्री ओल्ड एज होम के एक निवासी की मौत

महाराष्ट्र के भिवंडी में मातोश्री ओल्ड एज होम में संक्रमित पाए गए 72 साल के एक व्यक्ति की मौत हो गई है। जबकि, तीन लोग आइसीयू में हैं। ओल्ड एज होम, वहां रहने वाले लोगों के परिवार के सदस्यों और कर्मचारियों को मिलाकर कुल 85 लोगों को ठाणे के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से 38 संक्रमित हैं, जबकि बाकी लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा है कि जिस क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के तीन मामले मिलेंगे उसे क्लस्टर क्षेत्र घोषित कर दिया जाएगा।

वैक्‍सीन की प्रभावशीलता का करें मूल्‍यांकन

वहीं दूसरी ओर ओमीक्रोन को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच संसदीय समिति ने कोविड-19 रोधी वैक्‍सीन की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करने की सिफारिश की है। समिति ने स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, बिस्तरों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा ऑक्सीजन सिलेंडर और आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी है। समिति का कहना है कि देश के ग्रामीण इलाकों में जांच सुविधाओं में सुधार की तत्‍काल जरूरत है।

स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की जरूरत

समिति ने अपनी सिफारिशों में कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए सरकार को इस समय का सार्वजनिक स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की जरूरत है। सरकार को अस्‍पतालों में बिस्तरों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने और आक्सीजन सिलेंडरों और जरूरी दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने पर ध्‍यान केंद्रित करना चाहिए। राज्यों में वीआरडीएल के साथ पीएचसी और सीएचसी के बीच कोआर्डिनेशन को भी मजबूत किए जाने की जरूरत है।

टीकाकरण की दर को बढ़ाए जाने की दरकार

समिति का कहना है कि मौजूदा वक्‍त में महामारी के प्रभाव को कम करने के लिए संक्रमितों का समय पर पता लगाना और उन्हें क्‍वारंटीन करना बहुत जरूरी है। यही नहीं कोरोना संक्रमण के इलाज को लेकर और अध्‍ययन किए जाने की अहमियत को भी नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। सरकार को ज्‍यादा से ज्‍यादा वैक्‍सीन को मंजूरी देने के साथ ही टीकों के उत्पादन में तेजी लाने पर भी जोर देना चाहिए। मौजूदा वक्‍त में वैक्‍सीन की वितरण क्षमता बढ़ाने के साथ ही टीकाकरण की दर को भी बढ़ाए जाने की आवश्‍यकता है।

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