आंखों देखी : विमान हादसे का भयावह मंजर, रोते, चीखते यात्रियों को देख दहले बचाने आए लोग

विमान हादसे के बाद यात्रियों की दर्द भरी चीखें खून से लथपथ कपड़े डरे सहमे बच्चों रोती हुई महिलाओं को देख बचाने आए स्‍थानीय लोग भी कांप उठे। पढ़ें आंखों देखी र‍िपोर्ट...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sat, 08 Aug 2020 06:02 AM (IST) Updated:Sat, 08 Aug 2020 09:01 AM (IST)
आंखों देखी : विमान हादसे का भयावह मंजर, रोते, चीखते यात्रियों को देख दहले बचाने आए लोग
आंखों देखी : विमान हादसे का भयावह मंजर, रोते, चीखते यात्रियों को देख दहले बचाने आए लोग

कोझीकोड, पीटीआइ। बारिश के बीच दुबई से आया विमान जब तेज आवाज के साथ हादसे का शिकार हुआ उसके बाद यात्रियों की दर्द भरी चीखें, खून से लथपथ कपड़े, डरे सहमे बच्चों, रोती हुई महिलाएं और एंबुलेंस का सायरन कुछ ऐसा मंजर पेश कर रहे थे कि अच्छे-अच्छों का कलेजा कांप उठे।

दर्दनाक चीखें सुन दहल गए लोग

हादसे का पता चलते ही राहत और बचाव के लिए तेज बारिश के बीच, पुलिस और बचाव दल के कर्मचारियों के साथ स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में मौके पर जुट गए। दो टुकड़ों में बंट चुके विमान से घायलों को बाहर निकालने के लिए लोग लग गए। इस दौरान लोगों की दर्दभरी चीखें, खून से लथपथ कपड़े और घबराए चेहरे देख बचाव में लगे लोग भी घबरा उठे।

पुलिसकर्मियों को पकड़े रहे सहमे बच्‍चे

चार-पांच साल के छोटे बच्चों को जब बाहर निकाला गया तो वे डर के मारे पुलिस वालों को काफी देर तक पकड़े रहे। दुर्घटनास्थल पर लोगों के जूते-चप्पल, कपड़े और सामान छितराया पड़ा था। कुछ ऐसा ही दृश्य उन अस्पतालों का भी था जहां हादसे के शिकार लोगों को भर्ती कराया गया है।

खून से लथपथ थे लोग

एक स्थानीय निवासी ने बताया कि विमान टूटने की आवाज सुनकर वह मौके पर भाग कर पहुंच गया। वहां विमान में फंसे यात्रियों को देखकर वह घबरा गया। उसने बताया जब मैं वहां पहुंचा तो कई यात्री विमान से बाहर गिरे पड़े थे। कई यात्रियों के पैर टूट चुके थे। बहुत से घायलों के कपड़े खून से लथपथ थे। बच्चे और महिलाएं रो रही थीं।

तत्‍परता के कारण ही बची 174 की जान

एक पायलट को कॉकपिट तोड़कर निकाला गया। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि जब तक मौके पर एंबुलेंस पहुंचीं बहुत से घायलों को स्थानीय लोगों ने अपने वाहनों से कोझिकोड और मल्लापुरम के अस्पतालों में पहुंचाने का काम किया। स्‍थानीय लोगों और बचाव दल की तत्‍परता के कारण ही समय रहते 174 लोगों को बचा लिया गया।

डेढ़ घंटे तक चला बचाव कार्य

गनीमत रही कि विमान में आग नहीं लगी और बड़ी संख्या में लोगों की जान बच गई। मलप्पुरम जिले के कलेक्टर के. गोपालकृष्णन ने बताया कि करीब डेढ़ घंटे तक चले बचाव कार्य में सभी यात्रियों और सामान को विमान से निकाल गया। गनीमत रही कि विमान में आग नहीं लगी जिससे बड़ी संख्या में लोगों की जान बच गई।  

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