Telangana: 'कातिल' मुर्गे की कोर्ट में होगी पेशी, जानिए कैसे ले ली अपने मालिक की जान

घटना के बाद मुर्गे को गोलापल्ली पुलिस स्टेशन ले जाया गया जहां उसे रखा गया और पुलिस अधिकारियों ने उसकी देख-रेख की। इसके अलावा उन्होंने मुर्गे के लिए खाने का भी इंतेजाम किया। हालांकि इस दौरान कुछ समाचर चैनलों ने पुलिस द्वारा मुर्गे की गिरफ्तारी की खबरें भी चलाईं।

By Neel RajputEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 07:33 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 07:33 PM (IST)
Telangana: 'कातिल' मुर्गे की कोर्ट में होगी पेशी, जानिए कैसे ले ली अपने मालिक की जान
22 फरवरी को लोथुनूर गांव का है मामला

हैदराबाद, आइएएनएस। तेलंगाना के जगतीयाल जिले में एक अजीबो-गरीब मामले में एक मुर्गे के कोर्ट में पेशी की जाएगी। दरअसल, यहां एक मुर्गे के पैर से बंधे चाकू से उसके मालिक की मौत हो गई है। इस सिलसिले में सुनवाई के दौरान मुर्गे की भी पेशी की जाएगी। यह मामला 22 फरवरी को लोथुनूर गांव का है, जहां थंगल्ला सतीश (45 वर्षीय) नाम के एक शख्स की मौत हो गई है।

बता जा रहा है कि यह शख्स अपनी मुर्गे को एक कोकफाइट के लिए ले गया था, जिसके तहत मुर्गे के पैर में चाकू बांधा जाता है। इस दौरान मुर्गे के पैर में बंधे चाकू से गलती से सतीश की जांघ कट गई। इसके बाद उसे जल्दी-जल्दी में अस्पताल ले जाया गया, जहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हालांकि यहां बता दें कि यह कोकफाइट राज्य में प्रतिबंधित है, लेकिन कुछ लोग छुपकर गांव के येल्लाम्मा मंदिर के पास कोकफाइट का आयोजन करते हैं।

घटना के बाद मुर्गे को गोलापल्ली पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां उसे रखा गया और पुलिस अधिकारियों ने उसकी देख-रेख की। इसके अलावा उन्होंने मुर्गे के लिए खाने का भी इंतेजाम किया। हालांकि इस दौरान कुछ समाचर चैनलों ने पुलिस द्वारा मुर्गे की गिरफ्तारी की खबरें भी चलाईं और ऐसे विजुअल्स दिखाए गए जिनमें मुर्गे को पुलिस स्टेशन में बांध कर बैठा दिखाया गया। पुलिस इन सभी तरह की खबरों को खारिज कर दिया है।

गोलापल्ली एसएचओ बी जीवन ने स्पष्ट किया कि मुर्गे को न तो गिरफ्तार किया गया और न ही हिरासत में लिया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मुर्गे की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी ली और उसे फार्म हाउस में स्थानांतरित कर दिया। एसएचओ ने समाचार एजेंसी आइएएनएस को बताया 'हम अदालत में मुर्गे को पेश करेंगे और न्यायाधीश के निर्देश का पालन करेंगे कि आगे क्या करना है।' बता दें कि राज्य में कुछ समय पहले कॉकफाइट पर प्रतिबंध लगाया गया था, लेकिन फिर भी कुछ इलाकों में अवैध रूप से आयोजन किया जाता है।

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