अभिभावक नहीं दोस्त बन बच्चों को कराएं पढ़ाई : जावडेकर

शिक्षा समिति की अध्यक्ष नंदिनी शर्मा ने कहा कि अभिभावकों और शिक्षकों के बीच ऐसी व्यवस्था बनाई जाए जिससे निरंतर विचारों का आदान-प्रदान होता रहे।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Mon, 16 Dec 2019 07:58 AM (IST) Updated:Mon, 16 Dec 2019 07:58 AM (IST)
अभिभावक नहीं दोस्त बन बच्चों को कराएं पढ़ाई : जावडेकर
अभिभावक नहीं दोस्त बन बच्चों को कराएं पढ़ाई : जावडेकर

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि अभिभावक बच्चों पर पढ़ाई का बोझ न डालें बल्कि उन्हें दोस्त बनकर पढ़ाएं। इससे वह ज्यादा अच्छा सीखेंगे और नाम रोशन करेंगे। वह अंबेडकर स्टेडियम में दक्षिणी दिल्ली नगर निगम द्वारा आयोजित सहभागिता कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में निगम ने विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों को बुलाया था। इसमें छात्रों को तनाव मुक्त पढ़ाई के साथ ही आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक चिकित्सा के प्रति जागरूक किया गया।

प्रकाश जावडेकर ने कहा कि निगम की इस पहल से शिक्षाविदों और अभिभावकों को एक मंच मिला है। इस अनोखे प्रयोग से अभिभावकों और शिक्षकों में संवाद बढ़ेगा, जिसका फायदा उनके बच्चों पर पड़ेगा। उन्होंने निगम के शिक्षकों को सुझाव दिया कि पीटीएम मी¨टग हो तो वह बच्चों की अच्छाई से भी अभिभावकों को अवगत कराएं, जिससे वह प्रोत्साहित होंगे। दक्षिणी निगम के आयुक्त ज्ञानेश भारती ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य अभिभावकों से मिले बहुमूल्य सुझाव शिक्षा पद्धति को अधिक बेहतर बनाने में सहायक होंगे। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में अभिभावकों का उत्साह और सहभागिता यह दर्शाता है कि वह अपने बच्चों की शिक्षा के प्रति कितने सजग हैं।

शिक्षा समिति की अध्यक्ष नंदिनी शर्मा ने कहा कि अभिभावकों और शिक्षकों के बीच ऐसी व्यवस्था बनाई जाए, जिससे निरंतर विचारों का आदान-प्रदान होता रहे। इससे अभिभावकों को भी बच्चों के विकास की सही जानकारी मिलेगी। कार्यक्रम में महापौर सुनीता कांगड़ा, स्थायी समिति अध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता, नेता सदन कमलजीत सहरावत और शिक्षा निदेश आरती मौजूद रहीं।

प्राथमिक चिकित्सा का दिया गया प्रशिक्षण

दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के सहभागिता कार्यक्रम में शिक्षकों और अभिभावकों को प्राथमिक चिकित्सा का भी प्रशिक्षण दिया गया। इसमें डॉ. केके अग्रवाल ने दुर्घटना की स्थिति में बेहोश व्यक्ति को ठीक करने के लिए सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन) का प्रशिक्षण दिया। इसके अलावा आग लगने की स्थिति में दम घुटने से बचने के लिए दिल्ली अग्निशमन विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने जरूरी जानकारी दी।

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