COVID-19: 30 दिसंबर तक तमिलनाडु में जारी रहेगी पाबंदी, मरीना बीच खोलने का प्‍लान रद

तमिलनाडु सरकार में कोविड-19 (COVID-19) से जुड़ी रोक 30 दिसंबर तक बढ़ा दिए गए हैं। यहां अंडर ग्रेजुएट के अंतिम वर्ष के लिए 7 दिसंबर से कक्षाएं शुरू होने वाली थी। इसके अलावा चेन्‍नई के मरीना बीच को भी दोबारा 14 दिसंबर को खोला जाना था।

By Monika MinalEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 09:50 AM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 10:31 AM (IST)
COVID-19:  30 दिसंबर तक तमिलनाडु में जारी रहेगी पाबंदी, मरीना बीच खोलने का प्‍लान रद
30 दिसंबर तक तमिलनाडु में जारी रहेगी रोक

नागालैंड, एएनआइ। तमिलनाडु में कोविड-19 संक्रमण के आंकड़ों को देखते हुए राज्‍य में जारी प्रतिबंधों की अवधि को एक माह और बढ़ा दिया है। इस क्रम में राज्‍य सरकार ने सोमवार को कोविड-19 (COVID-19) से जुड़ी रोक 30 दिसंबर तक बढ़ाने का ऐलान किया। इसके पहले दिसंबर में यहां काफी गतिविधियों को शुरू किया जाना था। 7 दिसंबर से अंडर ग्रेजुएट के अंतिम वर्ष के लिए कक्षाएं शुरू होने वाली थी। इसके अलावा चेन्‍नई के मरीना बीच को दोबारा 14 दिसंबर को खोला जाना था।

इसके पहले तमिलनाडु सरकार ने 16 नवंबर से अधिकतम 100 लोगों की भागीदारी वाले सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की अनुमति देने वाला अपना आदेश रद कर दिया था। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार,  लोग बिना सामाजिक दूरी बनाए और बिना मास्क पहने बाजार और बस टर्मिनलों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर बड़ी संख्या में एकत्रित हो रहे थे जिसके बाद यह निर्णय लिया गया। भाजपा की 'वेल ’या वेत्री वेल यात्रा’ पर भी रोक लगाई गई थी जो 6 नवंबर से 6 दिसंबर तक निर्धारित थी। प्रतिबंध के बावजूद यात्रा निकालने को लेकर कई जगह पर भाजपा नेताओं को गिरफ्तार भी किया गया था।

रविवार (29 नवंबर) को तमिलनाडु में कोविड-19 से होने वाली मौत में कमी दर्ज की गई। यहां केवल 9 संक्रमितों की मौत हुई इसके साथ ही अब तक राज्‍य में इसके कारण मरने वालों का आंकड़ा 11,703 हो गया। अगस्त में नॉवेल  कोरोना वायरस की वजह से होने वाली दैनिक मौतों की संख्या 120 पहुंच गई थी। बाद में कई महीनों तक यह संख्या दोहरे अंकों में रही।

रविवार को राज्य में कोविड-19 के 1,459 नए मामले सामने आने से संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 7.80 लाख हो गए। बीमारी से 1,471 और लोगों के ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी मिलने के साथ ही राज्य में अब तक ठीक हुए मरीजों की संख्या 7.57 लाख तक पहुंच गई। 

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