स्वच्छ भारत अभियान से हर ग्रामीण परिवार को 53 हजार का फायदा

सरकार के अभियान की सफलता का अंतरराष्ट्रीय विश्लेषण।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत दो अक्टूबर 2014 को की थी। तब उन्होंने अक्टूबर 2019 तक देश को खुले में शौच से मुक्त बनाने का वादा किया था।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 10:40 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 10:40 PM (IST)
स्वच्छ भारत अभियान से हर ग्रामीण परिवार को 53 हजार का फायदा
स्वच्छ भारत अभियान से हर ग्रामीण परिवार को 53 हजार का फायदा

नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत सरकार के स्वच्छ भारत अभियान से ग्रामीण क्षेत्र के प्रत्येक भारतीय परिवार को सालाना 53 हजार रुपये तक का फायदा हुआ। इसके चलते डायरिया से बीमार पड़ने की घटनाएं कम हुईं और शौच के लिए घर से बाहर जाने में लगने वाले समय की बचत हुई। ये तथ्य एक अंतरराष्ट्रीय शोध में सामने आए हैं।

इस अभियान को लेकर पहली बार इस तरह का आर्थिक विश्लेषण अक्टूबर 2020 के साइंस डायरेक्ट जर्नल में प्रकाशित हुआ है। बताया है कि इसमें गरीब लोगों को निवेश का 2.6 गुना फायदा हुआ है जबकि समाज को 5.7 गुनी धनराशि का। इस सर्वे में 12 प्रदेशों के 10,051 ग्रामीण परिवारों को शामिल किया गया। यह सर्वे बीती 20 जुलाई से 11 अगस्त, 2017 के बीच हुआ। जिन राज्यों में यह सर्वे हुआ, उनमें उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश और असम शामिल हैं। खुले में शौच करने वाले लोगों में 90 प्रतिशत इन्हीं राज्यों के रहने वाले थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत दो अक्टूबर, 2014 को की थी। तब उन्होंने अक्टूबर 2019 तक देश को खुले में शौच से मुक्त बनाने का वादा किया था। अभियान की वेबसाइट के मुताबिक दो अक्टूबर, 2019 को यह लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। देश शत प्रतिशत खुले में शौच से मुक्ति के लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल हो गया है। पांच साल में ग्रामीण क्षेत्र के घरों में दस करोड़ से ज्यादा शौचालयों का निर्माण किया गया। इनके चलते लोगों को समय की बचत हुई जिसका उन्होंने अन्य कार्यो में इस्तेमाल किया। साथ ही स्वास्थ्य संबंधी खर्च भी बचे।

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