गाजियाबाद के कौशांबी में ट्रैफिक जाम खत्म करने के लिए सुप्रीम कोर्ट की कमेटी ने दिया प्‍लान, जानें क्‍या है लांग टर्म और शार्ट टर्म प्‍लान

अतिक्रमण हटाने और रास्ते मे आड़े आ रहे ईडीएमसी टोल बूथ ईडीएमसी पोस्ट और प्रीपेड बूथ को भी 20 मीटर आगे स्थानांतरित करने की बात की गई है। कमेटी की यह रिपोर्ट गाजियाबाद के जिलाधिकारी की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 11:15 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 11:17 PM (IST)
गाजियाबाद के कौशांबी में ट्रैफिक जाम खत्म करने के लिए सुप्रीम कोर्ट की कमेटी ने दिया प्‍लान, जानें क्‍या है लांग टर्म और शार्ट टर्म प्‍लान
गाजियाबाद के कौशांबी में ट्रैफिक जाम खत्म करने और आवागमन सुचारु बनाने के लिए

माला दीक्षित, नई दिल्ली। गाजियाबाद के कौशांबी में ट्रैफिक जाम खत्म करने और आवागमन सुचारु बनाने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित दिल्ली और उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों की कमेटी ने कोर्ट में ट्रैफिक प्लान दाखिल किया है। ट्रैफिक प्लान में लांग टर्म और शार्ट टर्म दोनों योजनाएं दी गई हैं, ताकि शुरुआत में फौरी तौर पर और बाद में स्थायी तौर पर ट्रैफिक जाम की समस्या हल हो।

डिपो में बसों के प्रवेश और निकासी के लिए अलग गेट का सुझाव

प्रस्तावित योजना में बसों को नियमित करने के लिए कौशांबी डिपो में बसों का प्रवेश और निकास अलग-अलग द्वारों से करने और उल्टी दिशा से आने वाली बसों को रोकने के लिए लो-हाइट बैरियर लगाने का प्रस्ताव है। सड़क पर और सर्विस रोड पर खड़े वाहनों की समस्या से निपटने के लिए मल्टीलेवल पार्किंग के साथ और ज्यादा आटो रिक्शा को इजाजत न देने की बात कही गई है। यह भी प्रस्ताव है कि आटो रिक्शा को एरिया के बजाय रूट आधारित परमिट दिया जाए तथा हर रूट के लिए अलग रंग आवंटित हो।

अदालत ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों की कमेटी का किया था गठन

अतिक्रमण हटाने और रास्ते मे आड़े आ रहे ईडीएमसी टोल बूथ, ईडीएमसी पोस्ट और प्रीपेड बूथ को भी 20 मीटर आगे स्थानांतरित करने की बात की गई है। कमेटी की यह रिपोर्ट गाजियाबाद के जिलाधिकारी की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई है। सुप्रीम कोर्ट मामले में 29 जुलाई को सुनवाई करेगा।सुप्रीम कोर्ट ने गाजियाबाद के कौशांबी में ट्रैफिक जाम की समस्या उठाने वाले मामले में सुनवाई करते हुए 24 मार्च को दिल्ली और उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों की नौ सदस्यीय कमेटी गठित की थी। कोर्ट ने कमेटी से समग्र ट्रैफिक प्लान तैयार कर पेश करने को कहा था।

कमेटी ने स्थिति की समीक्षा कर यह प्लान तैयार किया है। कमेटी ने माना है कि समस्या की जड़ ट्रैफिक अनुशासन का न होना, आटो रिक्शा और ईरिक्शा की संख्या रेगुलेट न होना और उनके नियम और रूट तय न होने के साथ ही पार्किंग की कमी है। ट्रैफिक समस्याएं चिह्नित करते हुए कहा गया है कि यू-टर्न, इंटरसेक्शन और जंक्शन पर ट्रैफिक की अफरा-तफरी रहती है।

बसें इंटरसेक्शन के पास रुकी रहती हैं। बसें सवारियां चढ़ाने और उतारने के लिए बीच सड़क पर रुक जाती हैं। बसें डिपो में ज्यादा देर रुकती हैं, जिससे कि अन्य बसों को अंदर जाने के लिए सड़क पर इंतजार करना पड़ता है। आटो रिक्शा और ई-रिक्शा नियम का पालन नहीं करते और कहीं भी सड़क पर खड़े रहते हैं। मेट्रो स्टेशन पर कम पाìकग होने के कारण सड़क और सर्विस लेन में वाहन खड़े रहते हैं। होटल, अस्पताल और कमर्शियल एरिया में कम या पाìकग बिल्कुल न होने के कारण भी वाहन सड़क पर खड़े रहते हैं। डीटीसी बसों की पार्किंग पर्याप्त नहीं है।

ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए ये सुझाव दिए गए हैं

शार्ट टर्म प्लान

- शार्ट टर्म योजना के मुताबिक डाक्टर बर्मन रोड पर बाएं और दाहिने दोनों ओर यू-टर्न बनाए जाएंगे। पैसिफिक माल के सामने वाला यूटर्न सौ मीटर आगे बढ़ाया जाएगा और अलग लेन बनाई जाएगी। महाराजपुर का टी प्वाइंट बंद होगा। आटो रिक्शा की पाìकग का निश्चित स्थान चिह्नित होगा। कौशांबी में दिल्ली बार्डर पर आनंद विहार की ओर खाली जगह को आटो पार्किंग और स्ट्रीट वेंडर के लिए वेंडिंग जोन बनाया जाएगा।

पैसिफिक माल के सामने और सौर ऊर्जा मार्ग कौशांबी बस स्टैंड गेट नंबर एक पर आटो पार्किंग की जगह चिह्नित होगी। आटो सिर्फ यहीं पार्क होंगे। अभी आटो को एरिया के आधार पर परमिट जारी होता है, जिससे कि वे अपने एरिया में स्वतंत्र घूमते रहते हैं। एरिया बेसिस पर परमिट देने की नीति पर पुनर्विचार होना चाहिए और परमिट रूट बेसिस पर जारी होने चाहिए।

कौशांबी डिपो में बसों का प्रवेश सौर ऊर्जा मार्ग गेट नंबर एक से होगा और निकासी गेट नंबर तीन से होगी। प्राइवेट बसों (यूपीएसआरटीसी) के अलग रास्ते के लिए कलर कोडिंग का प्रयोग होगा। दिल्ली की अथारिटीज के बारे में कहा गया है कि कौशांबी में ईडीएम माल पर स्थित ईडीएमसी टोल और पुलिस बूथ ट्रैफिक में बाधा पैदा करते हैं।

लांग टर्म प्लान

लांग टर्म योजना में कौशांबी मेट्रो स्टेशन पर पार्किंग की समस्या खत्म करने के लिए डीएमआरसी को मल्टीलेवल पार्किंग उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है। कमर्शियल कांप्लेक्स, अस्पताल और बैंक आने वाले लोग अभी सíवस लेन में वाहन खड़े करते हैं। यहां पार्किंग की समस्या खत्म करने के लिए जीडीए द्वारा मल्टीलेवल पाìकग तैयार किए जाने का प्रस्ताव है।

सड़क पर वाहनों का अतिक्रमण खत्म करने, कौशांबी बस डिपो को इंटीग्रेटेड बस पोर्ट की तरह पीपीपी माडल पर विकसित किए जाने की बात कही गई है। इसमें दोपहिया और चार पहिया वाहनों के लिए अंडरग्राउंड पार्किंग बनेगी। सीएजी बसों को महाराजपुर से ही रेगुलेट किए जाने और उनके लिए वैकल्पिक पार्किंग की जरूरत बताई गई है।

दिल्ली के संबंध में कहा गया है कि ज्वाइंट इंस्पेक्शन कमेटी ने तय किया है कि रोड नंबर 56 पर फुट ओवर ब्रिज का बाईं तरफ खाली किया जाए और डीटीसी बस स्टाप को कौशांबी बस डिपो की दीवार तक स्थानांतरित कर दिया जाए। फुट ओवर ब्रिज के बारे में भी सुझाव दिए गए हैं। अभी बसें डिपो में बहुत समय लगाती हैं, जिससे कि बाकी बसें रोड नंबर 56 पर खड़ी इंतजार करती हैं।

chat bot
आपका साथी