एथनाल की वजह से घटेगा चीनी का उत्पादन, चीनी उद्योग संगठन इस्मा ने जारी किया अग्रिम अनुमान

चालू चीनी वर्ष 2021-22 के दौरान कुल 3.05 करोड़ टन चीनी का उत्पादन होने का अनुमान है। चीनी उत्पादन का यह आंकड़ा पिछले सीजन के मुकाबले 2.18 प्रतिशत कम है। चीनी उद्योग संगठन इस्मा ने गुरुवार को उत्पादन का पहला अग्रिम अनुमान जारी किया है।

By TaniskEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 08:03 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 08:03 PM (IST)
एथनाल की वजह से घटेगा चीनी का उत्पादन, चीनी उद्योग संगठन इस्मा ने जारी किया अग्रिम अनुमान
एथनाल की वजह से घटेगा चीनी का उत्पादन।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चालू चीनी वर्ष 2021-22 के दौरान कुल 3.05 करोड़ टन चीनी का उत्पादन होने का अनुमान है। चीनी उत्पादन का यह आंकड़ा पिछले सीजन के मुकाबले 2.18 प्रतिशत कम है। चीनी उद्योग संगठन इस्मा ने गुरुवार को उत्पादन का पहला अग्रिम अनुमान जारी किया है। चालू सीजन में तकरीबन 34 लाख टन चीनी वाले गन्ने का डायवर्जन एथनाल उत्पादन में करने से चीनी उत्पादन में यह कमी आ सकती है। चीनी उत्पादन को लेकर इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के जारी अनुमान के मुताबिक चालू चीनी वर्ष 2021-22 (अक्टूबर से सितंबर) में 60 लाख टन चीनी का निर्यात करने की जरूरत होगी।

वर्ष 2020-21 के दौरान चीनी का कुल उत्पादन 3.12 करोड़ टन हुआ था। भारत दुनिया में ब्राजील के बाद दूसरा सबसे बड़ा चीनी उत्पादक देश है। भारत में भी ब्राजील की तर्ज पर भारी मात्रा में चीनी का एथनाल बनाने में डायवर्जन हो रहा है। इस्मा के जारी पहले अग्रिम अनुमान के मुताबिक वर्ष 2021-22 का पेराई सीजन चालू हो चुका है। उद्योग संगठन का मानना है कि पहला अग्रिम अनुमान पिछले साल के मुकाबले 50 लाख टन कम है। चालू पेराई सीजन में महाराष्ट्र में 1.23 करोड़ टन, उत्तर प्रदेश में 1.14 करोड़ टन, कर्नाटक में 49.5 लाख टन चीनी का उत्पादन होने का अनुमान है। यह अनुमान एथनाल में जाने वाली चीनी की गणना के बगैर है।

बेमौसम बारिश से पूर्वी उप्र की फसल हुई प्रभावित

इस्मा का कहना है कि उत्तर प्रदेश में बेमौसम बारिश से पूर्वी क्षेत्र में गन्ने की खेती प्रभावित हुई है। इसी तरह महाराष्ट्र में गन्ने की नई फसल के मुकाबले पेड़ी वाली फसल ज्यादा है, जिससे कम मात्रा में चीनी निकलती है। जबकि गन्ना उत्पादक राज्यों में कुल 53.1 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है। चालू पेराई सीजन में एथनाल की बढ़ती मांग के मद्देनजर एथनाल उत्पादन पर ज्यादा जोर रहेगा। इसका सीधा असर चीनी उत्पादन पर पड़ेगा। एथनाल की उत्पादन क्षमता को देखते हुए 34 लाख टन चीनी के बराबर का गन्ना एथनाल उत्पादन में जाएगा। एथनाल की मांग और मूल्य को देखते हुए मिलों ने वर्ष 2021-22 के लिए खुले एथनाल आपूर्ति का टेंडर भर दिया है।

पिछले साल के मुकाबले कैरीओवर स्टाक भी है कम

देश में एक अक्टूबर तक 82.9 लाख टन चीनी का कैरीओवर स्टाक पड़ा है। यह स्टाक पिछले साल के कैरीओवर स्टाक से तकरीबन 25 लाख टन कम है। हालांकि मौजूदा स्टाक घरेलू जरूरतों के हिसाब से पहले के दो तीन महीनो के लिए अधिक है।

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