Weather update: आज चक्रवात में बदलेगा तूफान टाक्टे, एमपी में 18-19 मई को तेज हवाओं के साथ होगी बारिश

आम की फसल काफी अच्छी आई है। मूंग की फसल भी बेहतर स्थिति में है। तेज हवाएं चलने और बारिश होने से इन दोनों फसलों को काफी नुकसान पहुंचेगा। खुले में रखा गेहूं भी पूरी तरह खराब हो जाएगा। सरकार को उसके भंडारण की तुरंत व्यवस्था करना चाहिए।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 12:59 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 12:59 AM (IST)
Weather update: आज चक्रवात में बदलेगा तूफान टाक्टे, एमपी में 18-19 मई को तेज हवाओं के साथ होगी बारिश
कई जिलों में आज से गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।

भोपाल, राज्य ब्यूरो। अरब सागर में बन रहा चक्रवाती तूफान 'टाक्टे' अभी निम्न दबाव के क्षेत्र के रूप में है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक यह सिस्टम शनिवार को चक्रवाती तूफान के रूप में परिवर्तित होगा। लगभग 24 घंटे समुद्र में रहकर काफी ऊर्जा जुटाने के बाद इस तूफान के उत्तर, उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है। इसके प्रभाव से शनिवार से मध्यप्रदेश के कई जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने का सिलसिला शुरू होने की संभावना है।

18-19 मई को प्रदेश में तेज बरसात की संभावना

18-19 मई को पूरे प्रदेश में तेज हवाएं चलने के साथ बरसात हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को हवा का रख दक्षिणी बना रहा। हवा के साथ नमी आने के कारण राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में बादल छाए रहे। इससे अधिकतम तापमान लगभग स्थिर बना रहा।

मौसम विशेषज्ञ ने कहा- पाक पर ऊपरी हवा का चक्रवात बनने से यूपी तक ट्रफ बनी 

मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में पाकिस्तान पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से उत्तर प्रदेश तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। विदर्भ पर भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है।

अरब सागर में उठ रहे तूफान के कारण मची हलचल, एमपी में बौछारें पड़ने की संभावना

अरब सागर में उठ रहे तूफान के कारण मची हलचल से वातावरण में मिल रही नमी से शनिवार से भोपाल सहित ग्वालियर, चंबल, संभाग के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।

मूंग, आम की फसल को नुकसान की आशंका

कृषि विशेषज्ञ एवं सेवानिवृत्त कृषि संचालक डाॅ. जीएस कौशल ने बताया कि वर्तमान में आम की फसल काफी अच्छी आई है। मूंग की फसल भी बेहतर स्थिति में है। तेज हवाएं चलने और बारिश होने से इन दोनों फसलों को काफी नुकसान पहुंचेगा। साथ ही खुले में रखा गेहूं भी पूरी तरह खराब हो जाएगा। सरकार को उसके भंडारण की तुरंत व्यवस्था करना चाहिए।

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