एसटी आयोग ने ओडिशा से कोविड-19 पर रिपोर्ट की तलब, दो जनजाति समुदाय के छह सदस्य भी पाए गए पॉजिटिव
ओडिशा में बोंडा और दिदायी के अलावा 11 और आदिवासी समूह हैं जिन्हें घटती हुई या स्थिर आबादी वाला माना गया है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति (ST) आयोग ने ओडिशा सरकार से दो जनजाति समुदाय के छह सदस्यों के कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने पर रिपोर्ट तलब की है। मीडिया में आई खबरों के अनुसार, बोंडा आदिवासी समुदाय के एक और दिदायी आदिवासी के पांच सदस्य अगस्त के अंत में कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। आयोग ने इसे गंभीर चिंता का विषय बताते हुए ओडिशा के मुख्य सचिव से 25 सितंबर तक तथ्यात्मक रिपोर्ट और कार्रवाई रिपोर्ट भेजने को कहा है।
राज्य के कई आदिवसी समूहों में घट रही है आबादी
ओडिशा में बोंडा और दिदायी के अलावा 11 और आदिवासी समूह हैं जिन्हें घटती हुई या स्थिर आबादी वाला माना गया है। इस समुदाय में साक्षरता का न्यूनतम स्तर है और ये आर्थिक रूप से पिछड़े हैं। मलकानगिरि जिले के पूर्वी घाट में पहाड़ी पर बसे 32 गांवों में इस समुदाय के लोग रहते हैं। माना जाता है कि ये लोग करीब 60,000 साल पहले अफ्रीका से हुए माइग्रेशन में भारत आए होंगे।
इससे पहले एसटी आयोग ने अंडमान एवं निकोबार प्रशासन से ग्रेट अंडमानी आदिवासियों के 10 सदस्यों के बीच कोविड-19 के फैलने पर भी कार्रवाई रिपोर्ट मांगी थी। 10 में से नौ वायरस के संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन ने अभी तक रिपोर्ट नहीं सौंपी है।
देश में लगातार बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले
भारत में लगातार मामले बढ़ रहे हैं। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक से 10 लाख मामले पहुंचने में 115 दिन लगे थे। उसके बाद 21 दिन में 10 से 20 लाख मामले हो गए। अगले 10 लाख यानी 20 से 30 लाख तक मामले पहुंचने में सिर्फ 16 दिन लगे, जबकि 30 से 40 लाख मामले सिर्फ 13 दिन में ही पहुंच गए थे।
कोरोना से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र है प्रभावित
महाराष्ट्र कोरोना महामारी से सबसे बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। राज्य में सबसे अधिक मामलों के साथ सबसे ज्यादा लोगों की जान भी गई है। बीते चौबीस घंटों के दौरान भी 515 लोगों की मौत हुई है और मृतकों का आंकड़ा 30 हजार को पार कर गया है। 20,482 नए मामले भी मिले हैं और कुल संक्रमित 11 लाख के करीब हो गए हैं।