Amarnath Yatra 2021: श्री अमरनाथ यात्रा रद करने के फैसले पर जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स ने की पुनर्विचार की मांग

संक्रमण से उपजे हालात को देखते हुए इस साल भी श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा को रद कर दिया गया है। यह लगातार दूसरा वर्ष है जब यात्रा नहीं होगी। हालांकि पिछली बार की तरह पवित्र गुफा में पारंपरिक तरीके से पूजा अर्चना की जाएगी।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 09:00 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 09:24 PM (IST)
Amarnath Yatra 2021: श्री अमरनाथ यात्रा रद करने के फैसले पर जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स ने की पुनर्विचार की मांग
इस साल भी श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा को रद कर दिया गया है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो/एजेंसी। कोरोना संक्रमण से उपजे हालात को देखते हुए इस साल भी श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा को रद कर दिया गया है। यह लगातार दूसरा वर्ष है, जब यात्रा नहीं होगी। हालांकि पिछली बार की तरह पवित्र गुफा में पारंपरिक तरीके से पूजा अर्चना की जाएगी। शिव भक्त घर बैठे बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा में सुबह-शाम होने वाली आरती का सीधा प्रसारण देख पाएंगे। मगर यात्रा सिर्फ सांकेतिक ही होगी।

जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख अरुण गुप्ता ने कहा कि आज के फैसले ने कारोबारी समुदाय को निराश किया है। इसका सीधा असर उनके कारोबार पर पड़ेगा। सरकार को अपने फैसले की समीक्षा करनी चाहिए। इसके बजाय भक्तों की संख्या कम कर सकती है।

चुनाव हो सकते हैं तो यात्रा क्यों नहीं : श्री बाबा बर्फानी लंगर आर्गेनाइजेशन ने कहा कि कोरोना के मामलों में कमी के बावजूद अमरनाथ यात्रा को रद करना सही फैसला नहीं है। आर्गेनाइजेशन के प्रधान विजय ठाकुर, महासचिव राजन गुप्ता व अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि अगर कई राज्यों में चुनाव और कुंभ मेले का आयोजन हो सकता है तो फिर यात्रा क्यों नहीं।

श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए यात्रा रद करने का लिया फैसला

बता दें कि साल 2019 में यात्रा को बीच में रोक दिया गया था। साल 2020 में कोरोना के कारण यात्रा रद हो गई और इस साल भी कोरोना के कारण यात्रा को रद कर दिया गया है। उपराज्यपाल और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन मनोज सिन्हा ने सोमवार को श्राइन बोर्ड के सदस्यों के साथ बैठक कर इस मुद्दे पर व्यापक विचार-विमर्श किया। बैठक में बोर्ड के सदस्यों ने अपनी-अपनी राय दी।

इसके अलावा मुख्य सचिव समेत कई अधिकारियों के साथ भी यात्रा को लेकर सभी पहलुओं पर गौर किया गया। उसके बाद यात्रा को रद करने का फैसला किया गया। उपराज्यपाल ने जोर देकर कहा कि पवित्र गुफा पहुंचने वाले संतों को आरती करनी है और इसके लिए जरूरी है कि कोरोना की रोकथाम के लिए जारी दिशा निर्देशों का पूरी तरह पालन किया जाए।

आरती का सीधा प्रसारण : बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नीतिश्वर कुमार ने कहा कि श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड लाखों शिव भक्तों की आस्था को समझता है और उनकी भावनाओं की कद्र करता है। इसलिए उनके लिए आरती के सीधे प्रसारण की व्यवस्था की गई है। रोजना सुबह छह बजे और शाम पांच बजे आधे-आधे घंटे के लिए आरती का सीधा प्रसारण बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट श्रीअमरनाथजीश्राइन.काम/आरतीलाइव.एचटीएमएल और एमएचवन प्राइम चैनल पर होगा। श्राइन बोर्ड की मोबाइल आधारित एप पर भी आरती के दर्शन किए जा सकेंगे, जिसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।

छड़ी मुबारक के लिए किए जाएंगे प्रबंध : बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नीतिश्वर कुमार ने बताया कि 22 अगस्त को रक्षा बंधन वाले दिन यात्रा के समापन पर छड़ी मुबारक के लिए प्रबंध किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बोर्ड ने जम्मू-कश्मीर और देश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की है। हमारा प्रयास कोरोना पर अंकुश लगाना और स्वास्थ्य के ढांचे को मजबूत करना है।

यात्रा को लेकर बना था असमंजस : श्री अमरनाथ यात्रा को 28 जून से शुरू करने का फैसला दिया गया था और यात्रा 56 दिन की थी, जो रक्षा बंधन वाले दिन 22 अगस्त को संपन्न होनी थी। यात्रा को लेकर एडवांस पंजीकरण एक अप्रैल से शुरू हुआ था, लेकिन कोरोना से उपजे हालात के कारण बोर्ड ने इसे बीच में ही बंद कर दिया था। यात्रा को लेकर पिछले काफी दिनों से असमंजस बना हुआ था। उपराज्यपाल ने यात्रा के मुद्दे पर हाल में दिल्ली में अपने दौरे के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और केंद्रीय गृह सचिव से भी मुलाकात की थी।

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