Kamlesh Tiwari Murder case में बड़ी कामयाबी, महाराष्ट्र एटीएस ने संदिग्ध पकड़ा
Kamlesh Tiwari Murder case में महाराष्ट्र एटीएस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। उसने सैय्यद आसिम अली नाम के एक संदिग्ध को पकड़ा है जिसकी इस हत्याकांड में अहम भूमिका थी।
नागपुर, एएनआइ। कमलेश तिवारी हत्याकांड (Kamlesh Tiwari Murder case) में महाराष्ट्र एटीएस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी हत्याकांड (Kamlesh Tiwari Murder case) में महाराष्ट्र एटीएस ने एक और संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, पकड़े गए आरोपी का नाम सैय्यद आसिम अली है। एटीएस की नागपुर इकाई ने बताया कि आरोपी सैय्यद आसिम अली की कमलेश तिवारी हत्याकांड में कथित तौर पर अहम भूमिका थी। वह दूसरे हत्यारों के साथ लगातार संपर्क में था।
उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) ने सोमवार को आरोपी को नागपुर की अदालत में पेश किया और उसकी ट्रांजिट रिमांड हासिल की। इससे पहले इसी मामले में यूपी पुलिस ने गुजरात से तीन संदिग्धों को लखनऊ लेकर आई, जिनसे पूछताछ की जा रही है। यूपी पुलिस ने शनिवार शाम को लखनऊ के कैसरबाग स्थित होटल के उस कमरे की तलाशी ली थी जिसमें कमलेश तिवारी के हत्यारे ठहरे थे।
रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि हत्या को अंजाम देने के बाद हत्यारे कैसरबाग स्थित होटल पहुंचे और कपड़े बदलने के बाद फरार हो गए थे। पुलिस ने होटल के कमरे से हत्या में इस्तेमाल चाकू और खून से सना भगवा रंग का कुर्ता भी बरामद कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक, इस हत्याकांड में मिठाई के डिब्बे ने हत्यारों की खोजबीन में अहम सुराग का काम किया है। बता दें कि रविवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमलेश तिवारी के परिजनों से लखनऊ में मुलाकात की थी और उन्हें न्याय मिलने का भरोसा दिलाया था।
इस बीच डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि कमलेश तिवारी के हत्यारे जल्द पुलिस की गिरफ्त में होंगे। यही नहीं उन्होंने फरार दोनों हत्यारों पर ढाई-ढाई लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया है। एक रिपोर्ट में यह भी कहा जा रहा है कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कमलेश तिवारी हत्याकांड के मुख्य आरोपित शेख अश्फाकुल हुसैन और मोइनुद्दीन पठान शाहजंहापुर में देखे गए हैं। इस जानकारी पर एसटीएफ और एसआइटी ने शाहजहांपुर पुलिस के साथ वहां कई होटलों और मदरसों के मुसाफिरखानो में ताबड़तोड़ छापेमारी की। लेकिन अभी भी हत्या को अंजाम देने वाले पुलिस की पकड़ से फरार हैं।