जानें- पीएम मोदी द्वारा 15 अगस्त पर 2014 से 2020 तक दिए गए भाषणों की कुछ खास बातें
पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हर बार कुछ खास कहा है। 2014 से लेकर 2020 तक उनके भाषणों के कुछ चुनिंदा अंश यहां पढ़ें।
नई दिल्ली (ऑनलाइन डेस्क)। पीएम मोदी ने वर्ष 2018 में लालकिले की प्राचीर से 82 मिनट का भाषण दिया जो 15 अगस्त को दिया गया उनका तीसरा सबसे बड़ा संबोधन था। उन्होंने वर्ष 2017 में स्वतंत्रता दिवस पर अपना सबसे छोटा भाषण दिया था जो 54 मिनट का था। इसी तरह 2014 को लाल किले की प्राचीर से जब उन्होंने पहली बार देश को संबोधित किया था, तब उन्होंने 65 मिनट का भाषण दिया था। साल 2015 में उनका संबोधन 86 मिनट का था और 2016 में उनका भाषण 94 मिनट का था। उनके हर भाषण में कुछ खास था। जानें सिलसिलेवार उनके दिए भाषणों की कुछ खास बातें।
2020 कोरोना के इस असाधारण समय में, सेवा परमो धर्म: की भावना के साथ, अपने जीवन की परवाह किए बिना हमारे डॉक्टर्स, नर्से, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी, अनेको लोग, चौबीसों घंटे लगातार काम कर रहे हैं। विस्तारवाद की सोच ने सिर्फ कुछ देशों को गुलाम बनाकर ही नहीं छोड़ा, बात वही पर खत्म नहीं हुई। भीषण युद्धों और भयानकता के बीच भी भारत ने आजादी की जंग में कमी और नमी नहीं आने दी। गुलामी का कोई कालखंड ऐसा नहीं था जब हिंदुस्तान में किसी कोने में आजादी के लिए प्रयास नहीं हुआ हो, प्राण-अर्पण नहीं हुआ हो।
2019
अगर 2014 से 2019 आवश्यकताओं की पूरी का दौर था तो 2019 के बाद का कालखंड देशवासियों की आकांक्षाओं की पूर्ति का कालखंड है, उनके सपनों को पूरा करने का कालखंड है। सबका साथ, सबका विकास' का मंत्र लेकर हम चले थे लेकिन 5 साल में ही देशवासियों ने ‘सबका विश्वास' के रंग से पूरे माहौल को रंग दिया। समस्याओं का जब समाधान होता है तो स्वावलंबन का भाव पैदा होता है, समाधान से स्वालंबन की ओर गति बढ़ती है। जब स्वावलंबन होता है तो अपने आप स्वाभिमान उजागर होता है और स्वाभिमान का सामर्थ्य बहुत होता है। मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया गया, आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ने के लिए आतंकवाद विरोधी कानून में संशोधन किया गया।2018
2017 देश में आज आजादी के जश्न के साथ जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। इस परिप्रेक्ष्य में सुदर्शन चक्रधारी से लेकर चरखा धारी मोहन तक के हम आभारी हैं यह आजाद भारत के लिए विशेष वर्ष ह। इस वर्ष चंपारण आश्रम और साबरमती आश्रम की स्थापना के 100 साल और लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक द्वारा शुरू किए गए गणेश उत्सव का 125वां वर्ष है। न्यू इंडिया का संकल्प लेकर हमको आगे बढ़ना है। पांच साल के लिए 'न्यू इंडिया' का संकल्प लें। 2022 तक शक्तिशाली और समृद्ध 'न्यू इंडिया' बनाएंगे 21वीं सदी में जन्म लेने वाले युवाओं को आगे बढ़ने का निमंत्रण देता हूं। देश की तरक्की में भागीदार बनें, देश आपको निमंत्रण देता है। 'चलता है' का जमाना चला गया अब 'बदल गया' का जमाना लाना है। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद दुनिया ने लोहा माना है आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमारा साथ देने वाले देशों को धन्यवाद।
2016
2015
2014
15 अगस्त 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले के प्राचीर से कई बड़ी घोषणाएं की थी। लाल किले की प्राचीर से देश के नाम अपने पहले भाषण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सबसे पहले संसद में सरकार की रणनीति की रूपरेखा पेश की थी। नरेन्द्र मोदी ने कहा था, "हम बहुमत के बल पर चलने वाले लोग नहीं हैं, हम बहुमत के बल पर आगे बढ़ना नहीं चाहते हैं। हम सहमति के मजबूत धरातल पर आगे बढ़ना चाहते हैं।"यहां से ही उन्होंने अपने भाषण में 'प्रधानमंत्री जनधन योजना' की घोषणा की थी।
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