चीन से तनातनी के बीच सैन्य कमांडरों की अहम कॉन्फ्रेंस, आज रक्षा मंत्री करेंगे संबोधित

सेना के कमांडरों के चार दिवसीय सम्मेलन की सोमवार को शुरुआत हो गई जिसमें पहले दिन 13 लाख कर्मियों वाले बल में मानव संसाधन प्रबंधन से संबंधित मुद्दे पर गहन चर्चा हुई। आज चीन से लगती सीमा पर भारत की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Tue, 27 Oct 2020 08:51 AM (IST) Updated:Tue, 27 Oct 2020 08:51 AM (IST)
चीन से तनातनी के बीच सैन्य कमांडरों की अहम कॉन्फ्रेंस, आज रक्षा मंत्री करेंगे संबोधित
राजनाथ सिंह आज सेना कमांडरों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे।

नई दिल्ली एएनआइ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज दिल्ली में आयोजित चार दिवसीय सैन्य कमांडरों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन से तनातनी के बीच सैन्य कमांडरों की चार दिवसीय कांफ्रेंस सोमवार से शुरू हुई है। पहले दिन सेना में मानव संसाधन प्रबंधन से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हुई। वहीं, आज पूर्वी लद्दाख एवं एलएसी के अन्य संवेदनशील बिंदुओं पर सेना की तैयारियों की समग्र समीक्षा की जाएगी।

साल में दो बार होने वाली सैन्य कमांडर कांफ्रेंस (एसीसी) सर्वोच्च स्तरीय कांफ्रेंस है। इसमें सभी कमांडर, सैन्य मुख्यालयों के प्रिंसिपल स्टाफ ऑफिसर्स और अन्य वरिष्ठ अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया कांफ्रेंस को संबोधित करेंगे।

Defence Minister Rajnath Singh will address the four-day Army Commanders’ Conference being held in Delhi today.

(file pic) pic.twitter.com/YQGJLPIffI

— ANI (@ANI) October 27, 2020

कांफ्रेंस के दौरान सैन्य कमांडर पूर्वी लद्दाख एवं जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा चुनौतियों की समीक्षा करेंगे। इस दौरान अंडमान-निकोबार कमान के कमांडर-इन-चीफ द्वारा उठाए गए मुद्दों पर भी चर्चा होगी। यह देश में तीनों सेनाओं की इकलौती संयुक्त कमान है। विभिन्न आंतरिक समितियों द्वारा सुधारों को लेकर की गई विभिन्न सिफारिशों को भी अंतिम रूप दिया जा सकता है। साथ ही, सेना की परिचालन क्षमता बढ़ाने पर भी जोर दिया जाएगा।

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