दवाओं की कालाबाजारी करने वालों पर भड़के प्रधानमंत्री, राज्य सरकारों को दिया कड़ी कार्रवाई का आदेश
कोरोना संकट में मदद तो दूर उल्टा दवाइयों व जरूरी सामानों की कालाबाजारी हो रही है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके लिए राज्य सरकारों को निर्देश दिया कि वे इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें और ऐसे लोगों को सख्त सजा दें।
नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश में जारी कोरोना संकट पर चिंता व्यक्त की और दवाईयों व जरूरी सामानों की कालाबाजारी करने वालों को आड़े हाथों लिया। प्रधानमंत्री ने कहा, ' इस संकट के समय में दवाईयां और जरुरी वस्तुओं की जमाखोरी और कालाबाजारियों में भी कुछ लोग अपने निहित स्वार्थ में लगे हुए हैं। मैं राज्य सरकार से यह आग्रह करुंगा कि इनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।'
दरअसल,देश के विभिन्न राज्यों से ऑक्सीजन समेत रेमडेसिविर इंजेक्शन व अन्य कोविड संक्रमण के उपचार के लिए इस्तेमाल की जाने वाली जरूरी दवाईयों की कालाबाजारी की खबर आ रही है। इस क्रम में आज मध्यप्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले 75 आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वायरस को अदृश्य शत्रु बताते हुए लोगों से खुद को सुरक्षित रखने के लिए फेस मास्क व शारीरिक दूरी जैसे एहतियात बरतने की अपील की। उन्होंने लोगों से वैक्सीन लेने की अपील की और इसे कोविड-19 से बचाव में महत्वपूर्ण हथियार बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, '100 साल के बाद आई इस तरह की भीषण महामारी कदम-कदम पर परीक्षा ले रही है। हम अपने करीबियों को खो चुके हैं। बीते कुछ समय से जो कष्ट देशवासियो ने सहा है, अनेकों लोग जिस दर्द से गुजरे है, तकलीफ से गुजरे है उसे मैं भी उतना ही महसूस कर रहा हूं।' आज प्रधानमंत्री मोदी ने PM Kisan Yojna की आठवीं किस्त जारी की और देश के 9.5 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में 19000 करोड़ अधिक राशि ट्रांसफर किया।
शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटों में देश में 3,43,144 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई और 4000 लोगों की मौत हो गई। वहीं 3,44,776 लोगों ने कोरोना से जीत हासिल की और अस्पताल से डिस्चार्ज किए गए। अब तक देश में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 2,40,46,809 हो गया और मृतकों की संख्या 2,62,317 हो गई है। वर्तमान में देश भर में 37,04,893 सक्रिय मरीज हैं जिनका इलाज जारी है।