पुलिस अभियान' की बड़ी सफलता: छत्तीसगढ़ में 14 नक्सली गण्तंत्र दिवस पर कर सकते हैं आत्मसमर्पण
जिले के कटेकल्याण के दूरस्थ गांव मारजूम और चिकपाल में इस साल का गणतंत्र दिवस समारोह कुछ खास होगा। दरअसल इस मौके पर 14 नक्सली आत्मसमर्पण कर सकते हैं। ये सभी पुलिस के आला अधिकारियों और पहले आत्मसमर्पण कर चुके नक्सलियों के संपर्क में हैं।
दंतेवाड़ा, राज्य ब्यूरो। जिले के कटेकल्याण के दूरस्थ गांव मारजूम और चिकपाल में इस साल का गणतंत्र दिवस समारोह कुछ खास होगा। दरअसल, इस मौके पर 14 नक्सली आत्मसमर्पण कर सकते हैं। ये सभी पुलिस के आला अधिकारियों और पहले आत्मसमर्पण कर चुके नक्सलियों के संपर्क में हैं। इनमें से कई इनामी नक्सली हो सकते हैं। आठ नक्सली सोमवार को ही आत्मसमर्पण करने वाले थे, लेकिन छह और नक्सलियों के मुख्यधारा में लौटने के संकेत मिले हैं।
पुलिस की 'घर वापसी आइए अभियान' की बड़ी सफलता
सूत्रों के मुताबिक इसके चलते उन्होंने 26 जनवरी के दिन को आत्मसमर्पण के लिए तय किया है। जिला पुलिस की ओर से चलाए जा रहे लोन वर्राटू (घर वापसी आइए) अभियान में इसे बड़ी सफलता मानी जा रही है। बता दें कि पिछले छह माह में जिले में करीब 240 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जिनमें 40 इनामी हैं।
नक्सलियों ने की ठेकेदार की हत्या, गोपनीय सैनिक भी मारा गया
24 घंटे में बीजापुर जिला मुख्यालय में दो लोगों की हत्या कर दी है। इनमें से एक हत्या ठेकेदार की नक्सलियों ने सोमवार को दोपहर दो बजे की। वहीं गोपनीय सैनिक की दो नकाबपोश युवकों ने दूसरी हत्या कर दी। नक्सलियों ने बीजापुर से करीब 20 किमी दूर चेरपाल-कोटेर गांव के बीच सोमवार को दोपहर करीब दो बजे ठेकेदार धर्मेंद्र गर्ग (40) की धारदार हथियार से हत्या कर दी। वह पुलिया निर्माण का काम देखने कोटेर गये थे। सूत्रों के मुताबिक धर्मेंद्र पेटी कांट्रेक्टर थे और कोटेर के समीप सात जनवरी से पुल बनवा रहे थे। सोमवार को दोपहर दो बजे करीब 12 नक्सली वहां आ धमके और बगैर कुछ बोले कुल्हाड़ी और फरसे से सिर, पेट और गले पर वार किया। इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर उस वक्त 15-20 मजदूर काम कर रहे थे। नक्सलियों ने उन्हें कुछ भी नहीं बोला। पोस्टमार्टम के लिए शव को जिला हास्पिटल लाया गया। जानकारी के अनुसार ग्वालियर निवासी धर्मेद्र पहले सीएएफ में नौकरी करते थे और उनके परिवार में पत्नी और दो पुत्र हैं। एक अन्य घटना में बीजापुर से 15 किमी दूर नेशनल हाइवे 63 पर बसे नैमेड़ में रविवार की रात नौ बजे गोपनीय सैनिक तुलसीराम ठाकुर (30) की दो नकाबपोश युवकों ने हत्या कर दी गई और उनकी बाइक ले भागे।