'मन की बात' का 81वां संस्करण आज, संबोधित करेंगे प्रधानमंत्री मोदी
अमेरिका से आज वापस लौट रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर महीने होने वाले अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ (Mann ki Baat) के 81वें कड़ी को संबोधित करेंगे। इसका प्रसारण आकाशवाणी और दूरदर्शन के पूरे नेटवर्क आकाशवाणी समाचार और मोबाइल एप पर किया जाएगा।
नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात (Mann Ki Baat)' के 81वें संस्करण को संबोधित करेंगे। रविवार को आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम का प्रसारण आकाशवाणी और दूरदर्शन के पूरे नेटवर्क, आकाशवाणी समाचार और मोबाइल एप पर किया जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शनिवार को ही इस रेडियो कार्यक्रम की जानकारी दी गई थी जो आज सुबह 11 बजे से होना है।
Tune in tomorrow at 11 AM. #MannKiBaat pic.twitter.com/5pQ0kOylzs— PMO India (@PMOIndia) September 25, 2021
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी आज ही अमेरिका के तीन दिवसीय दौरे के बाद लौट रहे हैं।अमेरिका में प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति जो बाइडन, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, जापानी प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा व आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्काट मारिसन के साथ बैठक की। इसके बाद उन्होंने क्वाड समिट में हिस्सा लिया और फिर संंयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 76वें सत्र को संबोधित किया। इसके बाद अब आज होने वाले इस रेडियो कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी के संवाद में अंतरराष्ट्रीय महत्व के मुद्दों का जिक्र होने की संभावना है।
29 अगस्त को हुआ था कार्यक्रम
29 अगस्त को आयोजित रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 80वें एपिसोड को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में एक कृषि विज्ञान केंद्र और तमिलनाडु में कांजीरांगल पंचायत के वेस्ट मैनेजमेंट और इस दिशा में उनकी पहल के प्रयासों की सराहना की थी।
लोगों से जुड़े मुद्दों पर प्रधानमंत्री करते हैं चर्चा
इस रेडियो कार्यक्रम के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मकसद लोगों से जुड़ना है। अपने इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री लोगों से जुड़े अहम मुद्दों पर अपने विचार साझा करते हैं। हर माह के अंतिम रविवार को इस कार्यक्रम का आयोजन होता है। मन की बात कार्यक्रम के 81वें एपिसोड के लिए जनता से सुझाव भी प्रधानमंत्री मोदी ने मांगे थे, जिससे इस कार्यक्रम में नए सुझावों और प्रगतिशील विचारों को शामिल किया जा सके।