मन की बात में प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों को दिया सफलता मंत्र, कहा- Warrior बनना है worrier नहीं
आज मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि परीक्षा के समय छात्रों को Warrior बनना है worrier नहीं। सभी छात्र हंसते हुए परीक्षा देने जाना और मुस्कुराते हुए लौटना।
नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी 28 फरवरी को 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कोरोना से लेकर छात्रों की परीक्षा के विषय पर अपना संबोधन दिया। प्रधानमंत्री ने छात्रों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि परीक्षा के समय छात्रों को Warrior बनना है worrier नहीं। सभी छात्र हंसते हुए परीक्षा देने जाना और मुस्कुराते हुए लौटना।
बता दें कि मन की बात 2.0 का 21वां एडिशन है। पीएम मोदी साल 2021 में दूसरी बार मन की बात के माध्यम से लोगों से जुड़े हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। इससे पहले पीएम मोदी ने 15 फरवरी नागरिकों को संस्कृति, कला और पर्यटन के क्षेत्र में अपनी प्रेरक कहानियों को शेयर करने के लिए आमंत्रित किया था।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने पानी के महत्व पर प्रकाश डाला। प्रघानमंत्री ने कहा कि कल माघ पूर्णिमा का पर्व था। माघ महीना विशेष रूप से नदियों, सरोवरों और जलस्रोत्रों से जुड़ा हुआ माना जाता है। माघ महीने में किसी भी पवित्र जलाशय में स्नान को पवित्र माना जाता है। दुनिया के हर समाज में नदी के साथ जुड़ी हुई कोई न कोई परम्परा होती है। नदियों के तट पर ही अनेक सभ्यताएं विकसित हुई हैं। भारत में कोई ऐसा दिन नहीं होगा जब देश के किसी कोने में पानी से जुड़ा कोई उत्सव न हो।
हरिद्वार में हो रहे कुंभ के बारे बोलते हुए उन्होंने कहा कि जल हमारे लिए जीवन भी है, आस्था भी है और विकास की धारा भी है। पानी एक तरह से पारस से भी ज्यादा महत्वपूर्ण है। पीएम ने ने आगे कि कहा जाता है पारस के स्पर्श से लोहा, सोने में परिवर्तित हो जाता है। वैसे ही पानी का स्पर्श जीवन के लिए महत्व रखता है। इसलिए पानी के संरक्षण के लिए हमें अभी से ही प्रयास शुरू कर देने चाहिए। इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि जल्द ही जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जल शक्ति अभियान 'कैच द रेन' शुरू किया जा रहा है।