Padma Shri Pappammal: जानें-कौन हैं 106 साल की किसान पप्पाम्मल, जिन्होंने मोदी के सिर पर रखा हाथ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक फेसबुक पेज पर एक तस्वीर शेयर की गई है। इसमें पीएम मोदी सिर पर 106 साल की अम्मा पप्पाम्मल हाथ रखकर आशीर्वाद देते दिख रही हैं। आइए जानते हैं कौन हैं ये अम्मा...

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 04:24 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 04:24 PM (IST)
Padma Shri Pappammal: जानें-कौन हैं 106 साल की किसान पप्पाम्मल, जिन्होंने मोदी के सिर पर रखा हाथ
106 साल की अम्मा के साथ पीएम मोदी की तस्वीर (नरेंद्र मोदी के फेसबुक से)

कोयंबटूर, एजेंसी। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने फेसबुक पेज पर एक बुजुर्ग महिला की तस्वीर शेयर की है। इस तस्वीर में वह उनके आगे सिर झुकाकर आशीर्वाद लेते नजर आ रहे हैं। पीएम मोदी गुरुवार को तमिलनाडु के कोयंबटूर में थे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने तिरुप्पुर, मदुरै और तिरुचिरापल्ली जिलों में 4,144 घरों का उद्घाटन किया।  इस दौरान उन्होंने कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इन सबके बीच 106 साल की अम्मा के साथ पीएम मोदी की तस्वीर काफी चर्चा में रही। पीएम मोदी के आधिकारिक फेसबुक पेज पर एक तस्वीर शेयर की गई है। इसमें पीएम मोदी सिर पर 106 साल की अम्मा पप्पाम्मल हाथ रखकर आशीर्वाद देते दिख रही हैं। पीएम ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि आज कोयंबटूर में आसाधारण आर पप्पाम्मल जी से मुलाकात की। कृषि और जैविक खेती के क्षेत्र में अविस्मरणीय काम के लिए उन्हें पद्मश्री अवॉर्ड दिया गया है।' आइए जानते हैं कौन हैं ये अम्मा...

देश की सबसे बुजुर्ग किसान हैं पप्पाम्म

106 साल की आर पप्पाम्मल तमिलनाडु में जैविक खेती के लिए चर्चित हैं। माना जाता है कि वह देश की सबसे बुजुर्ग किसान हैं, जो खेत-खलिहान में अब भी सक्रिय हैं। कोयंबटूर का इलाका नीलगिरि हिल्स के लिए मशहूर है। 1914 में कोयंबटूर के देवलापुरम में पप्पाम्मल का जन्म हुआ। अपने माता-पिता को बहुत कम उम्र में खोने के बाद दो बहनों के साथ उनकी परवरिश थेकमपट्टी में दादी के यहां हुई। उन्होंने परिवार की एक दुकान की कमान संभाली और फिर खाने-पीने की शॉप शुरू की। इससे हुई कमाई से उन्होंने 30 साल की उम्र में गांव में ही 10 एकड़ जमीन खरीदी। यही नहीं पप्पाम्मल ने अपनी बहन के बच्चों की भी देखभाल की। पिछले 7 दशकों से वह ऑर्गेनिक खेती में तमिलनाडु ही नहीं पूरे देश के लिए प्रेरणा बन गई हैं। सुबह साढ़े 5 बजे उनके दिन की शुरुआत होती है और 6 बजते-बजते वह अपने खेतों में पहुंच जाती हैं। अपनी नियमित दिनचर्या के जरिए उन्होंने जीवन के 106 बसंत पार करने के बावजूद खुद को फिट रखा है।

जैविक खेती की तकनीक और फायदों के बारे में बताती हैं

उम्र के इस पड़ाव पर भी वह रोजाना ढाई एकड़ खेत में काम करती हैं। बाजरा, भिंडी और केले के साथ-साथ वह तमाम फसलों की जैविक खेती करती हैं। पप्पाम्मल तमिलनाडु कृषि विश्वविध्यालय के शिक्षा विभाग से भी जुड़ी हैं। तमाम सेमिनार और कॉन्फ्रेंसों में हिस्सा लेकर वह जैविक खेती की तकनीक और फायदों के बारे में बताती हैं।

पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित है एम. पप्पम्माल

बता दें कि इसी साल 105 साल की एम. पप्पम्माल को पद्मश्री से सम्‍मानित किया गया है। जब उनको पद्मश्री अवॉर्ड मिला तो पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने ट्वीट किया कि उम्र केवल एक संख्या है। 105 साल की पप्पाम्मल ऑर्गेनिक खेती में लीजेंड हैं। वह थेकमपट्टी में अपने खेतों में काम करती हैं। वह बाजरा, दाल और सब्जियों को ढाई एकड़ खेत में उगाती हैं। वह प्रॉविजन स्टोर के साथ ईटरी भी चलाती हैं। उन्हें पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। नमन।'

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