Ashadhi Ekadashi 2021: मोदी और केजरीवाल ने दी लोगों को शुभकामनाएं, उद्धव ठाकरे ने की भगवान विट्ठल की पूजा

आषाढ़ी एकादशी के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को देशवासियों को शुभकामनाएं दी। इस पावन अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पंढरपुर के विट्ठल-रुक्मिणी मंदिर में पूजा करने के लिए गए थे।

By Avinash RaiEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 02:17 PM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 02:17 PM (IST)
Ashadhi Ekadashi 2021: मोदी और केजरीवाल ने दी लोगों को शुभकामनाएं, उद्धव ठाकरे ने की भगवान विट्ठल की पूजा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'आषाढ़ी एकादशी के शुभ अवसर पर, सभी देशवासियों को मेरी शुभकामनाएं दी।

नई दिल्ली, पीटीआइ। आषाढ़ी एकादशी के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देशवासियों को शुभकामनाएं दी। आषाढ़ी एकादशी हिंदू पंचांग के आषाढ़ महीने में 11वें चंद्र दिवस पर मनाई जाती है और इस दिन भक्त भगवान विट्ठल से प्रार्थना करते हैं। आषाढ़ी एकादशी को अलग-अलग नाम से भी जाना जाता हैं जैसे - हरिशयनी एकादशी, महा एकादशी, प्रथमा एकादशी, देवशयनी एकादशी और पद्मा एकादशी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर देशवासियों को बधाई देते हुए लिखा कि 'आषाढ़ी एकादशी के शुभ अवसर पर, सभी देशवासियों को मेरी शुभकामनाएं। आषाढ़ी एकादशी के विशेष दिन पर, हम भगवान विट्ठल से प्रार्थना करते हैं कि वे हमें भरपूर खुशी और अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद दें। वारकरी आंदोलन हमारी परंपराओं का बेहतरीन प्रतिनिधित्व करता है और इस पर जोर देता है सद्भाव और समानता।'

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मराठी भाषा में ट्वीट कर सभी लोगों को शुभकामनाएं दी है, उन्होंने लिखा 'इस आषाढ़ी एकादशी निमित्त विठुरायाला त्रिवार वंदन व सर्वांना आषाढ़ी एकादशीच्या मनःपूर्वक शुभेच्छा।' इस पावन अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पंढरपुर के विट्ठल-रुक्मिणी मंदिर में पूजा करने के लिए गए थे। मंदिर में उनके साथ उनकी पत्नी रश्मि ठाकरे भी साथ थी।

भगवान विट्ठल का मुख्य मंदिर महाराष्ट्र के पंढरपुर में स्थित है। महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक, गोवा और आन्ध्रा में विठ्ठल भगवान की पूजा मुख्य रूप से की जाती हैं। यह भी माना जाता है कि आज के दिन व्रत रखने से मोक्ष और समृद्धि मिलती है, साथ ही भगवान विठ्ठल के मंदिर से कोई भी व्यक्ति खाली हाथ नहीं लौटता। आज के दिन भक्त पूरी रात जागकर भजन गाते हैं। देश के कई राज्यों में आज खास अवसर के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। ​इस आषाढ़ी एकादशी के बाद से कोई भी शुभ कार्य हिंदू धर्म में नहीं किया जाता है।  

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